Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 May, 2017 01:04 PM
सरकार एयर इंडिया में विनिवेश पर विचार कर सकती है।
नई दिल्लीः सरकार एयर इंडिया में विनिवेश पर विचार कर सकती है। वित्त मंत्री अरुण जेतली का कहना है सरकारी एयरलाइंस को पटरी पर लाने के लिए सरकार विनिवेश सहित सभी विकल्पों पर विचार कर रही है। जेतली का कहना है कि एयर इंडिया का मार्कीट शेयर सिर्फ 14 फीसदी है। अगर 86 फीसदी एयर ट्रैफिक प्राइवेट एयरलाइंस संभाल सकती हैं तो सरकारी एयरलाइंस की जरूरत क्या है।
एयर इंडिया पर करीब 50 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है जबकि 25 हजार करोड़ रुपए के एयरक्राफ्ट हैं। आपको बता दें कि एयर इंडिया कई सालों से लगातार घाटे में है। पिछले 3साल में ही कंपनी को करीब 16 हजार करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। सरकार ने एयर इंडिया को 2012 में 42 हजार करोड़ रुपए का राहत पैकेज दिया था। इस राहत पैकेज से भी इसके हालात नहीं सुधरे। पुराने कर्ज के कारण कंपनी के रिवाइवल में मुश्किल हो रही है।