Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jun, 2017 02:00 PM
बैंक आफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक एन दामोदरन ने बताया कि डूबे कर्ज की वजह से बैंक आफ इंडिया अपनी कुछ अनुषंगियों में हिस्सेदारी बेचने की संभावना
नई दिल्लीः बैंक आफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक एन दामोदरन ने बताया कि डूबे कर्ज की वजह से बैंक आफ इंडिया अपनी कुछ अनुषंगियों में हिस्सेदारी बेचने की संभावना तलाश रहा है ताकि पूंजी जुटाई जा सके। उन्होंने कहा कि हमने कुछ अनुषंगियों में हिस्सेदारी बेची है तथा हम कुछ और गैर-मुख्य अनुषंगियों में हिस्सेदारी बेचने की संभावना तलाश रहे हैं जो कि उचित मूल्यांकन पर निर्भर करता है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई समयसीमा या आंकड़ा तय करना मुश्किल होगा।
पूंजी हासिल करने के लिए हम कुछ गैर-प्रमुख अनुषंगियों की बिक्री पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं , इससे बैंक को इस वित्त वर्ष में मुनाफे में आने में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि मार्च, 2017 को समाप्त वित्त वर्ष में बैंक आफ इंडिया को 1,558 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ जबकि 31 मार्च 2016 को समाप्त वित्त वर्ष में यह घाटा 6,089 करोड़ रुपए रहा था। पिछले साल बैंक आफ इंडिया ने स्टार यूनियन दाइची लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में 18 प्रतिशत हिस्सेदारी अपनी जापानी भागीदारी को 540 करोड़ रपये में बेची थी। इस बिक्री के स्टार यूनियन दाइची में बैंक आफ इंडिया की हिस्सेदारी घटकर 30 प्रतिशत रह गई। कंपनी में जापान की दाइची लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का हिस्सा 44 प्रतिशत व यूनियन बैंक आफ इंडिया का हिस्सा 26 प्रतिशत है।