Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jan, 2018 06:23 PM
देश का डायरैक्ट सेलिंग यानी प्रत्यक्ष बिक्री (सीधे ग्राहकों को बेचे जाने उत्पाद) उद्योग 2021 तक 159.3 अरब रुपए के स्तर को छूने का अनुमान है लेकिन स्थायी विकास के लिए कुछ सुधारों की आवश्यकता है। उद्योग मंडल एसोचैम ने एक अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला...
नई दिल्ली: देश का डायरैक्ट सेलिंग यानी प्रत्यक्ष बिक्री (सीधे ग्राहकों को बेचे जाने उत्पाद) उद्योग 2021 तक 159.3 अरब रुपए के स्तर को छूने का अनुमान है लेकिन स्थायी विकास के लिए कुछ सुधारों की आवश्यकता है। उद्योग मंडल एसोचैम ने एक अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला है। 2011 के बाद से उद्योग लगातार तेजी के साथ आगे बढ़ते हुए 2016 में 126.2 अरब रुपए हो गया है। इस दौरान इसमें करीब दोगुनी वृद्धि हुई।
उद्योग की वृद्धि को आगे बनाए रखने के लिए एसोचैम ने अपने अध्ययन में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति, उपभोक्ता संरक्षण विधेयक अधिनियम और प्राइज चिट एंड मनी सर्कुलेशन (बैन) अधिनियम के कुछ प्रावधानों में रियायत देने का सुझाव दिया है, जबकि सरकार इस क्षेत्र के लिए दिशा-निर्देश जारी करने की तैयारी में है।