Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 04:33 PM
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ई.पी.एफ.ओ.) का न्यासी बोर्ड अपनी सामाजिक सुरक्षा ...
नई दिल्लीः कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ई.पी.एफ.ओ.) का न्यासी बोर्ड अपनी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में अनिवार्य अंशदान को घटाकर 10 प्रतिशत करने के प्रस्ताव को कल मंजूरी दे सकता है।
कल होगी EPFO की बैठक
मौजूदा व्यवस्था के तहत कर्मचारी व नियोक्ता कर्मचारी भविष्य निधि योजना (ई.पी.एफ.), कर्मचारी पेंशन योजना (ई.पी.एस.) तथा कर्मचारी जमा सम्बद्ध बीमा योजना (ई.डी.एल.आई.) में कुल मिला कर मूल वेतन की 12-12 प्रतिशत राशि का योगदान (प्रत्येक) करते हैं। सूत्रों ने बताया कि ई.पी.एफ.ओ. की बैठक कल यानी 27 मई 2017 को पुणे में होनी है। बैठक के एजेंंडे में यह विषय भी है। इसके तहत कर्मचारी व नियोक्ता द्वारा अंशदान को घटाकर मूल वेतन (मूल वेतन व महंगाई भत्ता सहित) का 10 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।
श्रमिक संगठनों करेंगे विरोध
सूत्रों के अनुसार श्रम मंत्रालय को इस बारे में कई ज्ञापन मिले हैं जिनके अनुसार इस तरह के कदम से कर्मचारियों के पास खर्च के लिए अधिक राशि बचेगी जबकि नियोक्ताओं की देनदारी भी कम होगी। वहीं श्रमिक संगठनों ने इस प्रस्ताव का विरोध करने का फैसला किया है। उनका कहना है कि इससे ये सामाजिक सुरक्षा योजनाएं कमजोर होंगी।