करंसी बैन के बाद उलझन में फंसे गोल्ड खरीदने वाले

Edited By ,Updated: 07 Dec, 2016 01:58 PM

finance ministry  gold

फाइनैंस मिनिस्ट्री ने साफ किया है कि ऐसी कोई लिमिट तय नहीं की गई है कि कोई व्यक्ति कितनी मात्रा में गोल्ड (सोना) रख सकता है। फिर भी कई लोगों को लग रहा है कि गोल्ड के रूप में रखी गई अन-अकाऊंटेड वैल्थ के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

नई दिल्लीः फाइनैंस मिनिस्ट्री ने साफ किया है कि ऐसी कोई लिमिट तय नहीं की गई है कि कोई व्यक्ति कितनी मात्रा में गोल्ड (सोना) रख सकता है। फिर भी कई लोगों को लग रहा है कि गोल्ड के रूप में रखी गई अन-अकाऊंटेड वैल्थ के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। एक ऑनलाइन सर्वे में करीब 63 पीसदी लोगों ने कहा कि गोल्ड रखने की एक लिमिट तय की जा सकती है। दिल्ली के एक चार्टर्ड अकाऊंटैंट ने कहा, ‘‘अन-अकाऊंटेड वैल्थ के खिलाफ जंग में यह अगला कदम हो सकता है।’’

रियल एस्टेट के मुकाबले गोल्ड के रूप में ब्लैक मनी छिपाना आसान है और इसे जल्द भुनाया भी जा सकता है। गत 8 नवम्बर को डीमॉनेटाइजेशन का ऐलान होने के तुरंत बाद 500 और 1000 के नोटों से गोल्ड और ज्वैलरी खरीदने की आपाधापी मच गई थी। बैन लगने के हफ्तों बाद भी रद्द नोटों को गोल्ड और सिल्वर में बदलने की प्राइवेट डील्स की जाती रहीं। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि नवम्बर में गोल्ड इंपोर्ट में अचानक उछाल आया। डीमॉनेटाइजेशन के ऐलान के बाद लगभग 100 टन गोल्ड इम्पोर्ट किया गया। सामान्य तौर पर पूरे वर्ष में जितना गोल्ड इंपोर्ट होता है यह उसका करीब 20 फीसदी है।

फिक्र करने की कोई जरूरत नहीं: लीगल एक्सपर्ट्ज
लीगल एक्सपर्ट्ज का कहना है कि गोल्ड रखने की मात्रा की हदबंदी तय होने की गुंजाइश कम है। हालांकि बैन के दूसरे उपाय किए जा सकते हैं। दिल्ली की कार्पोरेट प्रोफैशनल्स के पार्टनर चंद्र साहनी ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि सरकार गोल्ड रखने की लिमिट तय करेगी। हालांकि यह हो सकता है कि कहीं कम गोल्ड की खरीद में पैन डिटेल्स देना कम्पल्सरी कर दिया जाए या गोल्ड बेचने में भी पैन की जानकारी मांगी जाने लगे।’’ 

अभी 2 लाख रुपए से ज्यादा का गोल्ड खरीदने वाले को ही पैन की जानकारी देनी होती है। दूसरे लोगों का मानना है कि सरकार टैक्सपेयर्स से अपने टैक्स रिटर्न में गोल्ड की जानकारी देने को कह सकती है। ऑनलाइन सर्वे में करीब 64 फीसदी लोगों ने इस कदम का सपोर्ट किया। लीगल एक्सपर्ट्ज का कहना है कि जिन इन्वैस्टर्ज ने टैक्स चुकाने के बाद बची इंकम से गोल्ड खरीदा हो, उन्हें फिक्र करने की कोई जरूरत नहीं है। साहनी ने कहा कि जांच में टैक्स विभाग पूछेगा कि गोल्ड कहां से आया। अगर आप यह दिखा दें कि गोल्ड विरासत में मिला या रिटर्न में घोषित आमदनी से खरीदा गया है तो ङ्क्षचता की कोई बात ही नहीं होगी।

गोल्ड 250, चांदी 100 रुपए लुढ़की 
ग्लोबल लैवल पर पर गोल्ड में मिश्रित रुख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में गोल्ड 250 रुपए लुढ़ककर 28,800 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वहीं, इंडस्ट्रीयल डिमांड की सुस्ती से चांदी भी 100 रुपए फिसलकर 41,100 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई। लंदन से मिली जानकारी के अनुसार गोल्ड हाजिर 3.40 डॉलर चढ़कर 1,172.80 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। फरवरी का अमरीकी गोल्ड वायदा 1.50 डॉलर फिसलकर 1,175.0 डॉलर प्रति औंस बोला गया। इस बीच लंदन में चांदी हाजिर 0.08 डॉलर की तेजी के साथ 16.75 डॉलर प्रति औंस पर रही।

जब्त गोल्ड को बेचने के लिए कदम उठाने का निर्देश 
रैवेन्यू डिपार्टमैंट ने कस्टम ड्यूटी डिपार्टमैंट को जब्त किए गए गोल्ड की तत्काल बिक्री के लिए कदम उठाने को कहा है। इसके अलावा डिपार्टमैंट को बहुमूल्य धातु की बिक्री के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, एम.एम.टी.सी. तथा एस.टी.सी. की सेवाएं लेने की भी अनुमति दी गई है। 

सरकार ने संसद को सूचित किया है कि इस फाइनैंशियल ईयर में इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर कस्टम ड्यूटी डिपार्टमैंट की तिजौरी से 67.4 किलोग्राम गोल्ड गायब हुआ है। इससे पहले कस्टम ड्यूटी डिपार्टमैंट को जब्त गोल्ड की बिक्री सिर्फ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के जरिए करने की अनुमति थी। बताते चलें कि गोल्ड किसी भी रूप में हो, इसका मूल्य पिछले दिन के बंद भाव के हिसाब से तय होगा। बैंक कस्टम ड्यूटी डिपार्टमैंट पर किसी तरह का कमीशन नहीं लगा सकते। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!