वित्तमंत्रालय करेगा 12 सार्वजनिक बैंकों के प्रमुखों के काम की समीक्षा

Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jan, 2018 09:35 AM

finance ministry will review the work of heads of 12 public banks

वित्त मंत्रालय सरकारी बैंकों के कामकाज में सुधार के प्रयासों के तहत रिजर्व बैंक की त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई योजना (पी.सी.ए.) के आधार पर सार्वजनिक बैंकों के प्रमुखों के प्रदर्शन समीक्षा की शीघ्र ही शुरुआत करने वाला है।आधिकारिक सूत्रों ने इसकी...

नई दिल्लीः  वित्त मंत्रालय सरकारी बैंकों के कामकाज में सुधार के प्रयासों के तहत रिजर्व बैंक की त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई योजना (पी.सी.ए.) के आधार पर सार्वजनिक बैंकों के प्रमुखों के प्रदर्शन समीक्षा की शीघ्र ही शुरुआत करने वाला है।आधिकारिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। रिजर्व बैंक ऋण वसूली और खुद की आधार पूंजी जैसे पैमानों पर  12 सार्वजनिक बैंकों पर नजर रखे हुए है।  सूत्रों ने बताया कि सभी सार्वजनिक बैंकों के शीर्ष प्रबंधन की प्रदर्शन समीक्षा शीघ्र शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा, जहां तक पूंजी की दिक्कत थी तो उसे सरकार ने पर्याप्त रूप से उपलब्ध करा दी है। अब बैंकों को एन.पी.ए. के मोर्चे पर अपनी प्रतिबद्धता साबित करनी होगी। यदि बैंकों का प्रदर्शन बेहतर रहा तो उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा।

सेंट्रल बैंक आफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, ओरियंटल बैंक आफ कामर्स, देना बैंक, बैंक आफ महाराष्ट्र, यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया, कार्पोरेशन बैंक और इलाहाबाद बैंक शामिल हैं, इसके अलावा इनमें आईडीबीआई बैंक , बैंक आफ इंडिया और यूको बैंक भी शामिल है।  तत्पर और उत्तरदायी सार्वजनिक बैंकों के लिए सुधार योजना के तहत सरकार ने इन 12 बैंकों को हाल में 52,311 करोड़ रुपए की पूंजी देने की प्रतिबद्धता जताई। इनमें सबसे अधिक 10,610 करोड़ रुपए आईडीबीआई बैंक को ,  9,232 करोड़ रुपए बैंक आफ इंडिया को और 6,507 करोड़ रुपए यूको बैंक को दिया जा रहा है।   

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