Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jun, 2017 12:21 PM
आईटी सेक्टर लगातार मुश्किल दौर से गुजर रहा है और ये मुश्किल दिनों दिन बढ़ती जा रही है। देश की दूसरी बड़ी आईटी सेक्टर की कंपनी इंफोसिस के फाऊंडर्स अपनी
नई दिल्लीः आईटी सेक्टर लगातार मुश्किल दौर से गुजर रहा है और ये मुश्किल दिनों दिन बढ़ती जा रही है। देश की दूसरी बड़ी आईटी सेक्टर की कंपनी इंफोसिस के फाऊंडर्स अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं। फाऊंडर्स का इंफोसिस में 12.75 फीसदी हिस्सा है और इसका वैल्युएशन 28,000 करोड़ रुपए के आसपास है।
माना जा रहा है कि इंफोसिस के फाऊंडर्स ब्लॉक डील के जरिए हिस्सा बेच सकते हैं। ब्लॉक डील कई चरणों में पूरी हो सकती है। हालांकि नारायण मूर्ति ने हिस्सा बेचने की खबर से इनकार किया है। नारायण मूर्ति और उनके परिवार का इंफोसिस में 3.44 फीसदी हिस्सा है।
क्यों बेचना चाहते है हिस्सेदारी?
दरअसल फाऊंडर्स इंफोसिस के पिछले 3 साल के प्रदर्शन से नाखुश हैं। फाऊंडर्स, मैनेजमेंट और बोर्ड के कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं। फरवरी में सीईओ विशाल सिक्का और नारायण मूर्ति में विवाद सामने आया था। नारायण मूर्ति ने कॉरपोरेट गवर्नेंस पर सवाल उठाए थे। नारायण मूर्ति ने सीनियर एक्जिक्यूटिव की ऊंची सैलरी पर सवाल उठाए थे।