Edited By ,Updated: 03 May, 2017 03:16 PM
भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ चलाए गए पी.एम. मोदी के नोटबंदी अभियान का असर दिखने लगा है।
नई दिल्लीः भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ चलाए गए पी.एम. मोदी के नोटबंदी अभियान का असर दिखने लगा है। देश में आयकर रिटर्न भरने वाले लोगों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। नोटबंदी अभियान के बाद आयकर रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या करीब 95 लाख बढ़ गई है। राजस्व विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस साल नोटबंदी के बाद करीब 95 लाख नए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल हुए हैं।
सरकार की कोशिश है कि देश के ज्यादा से ज्यादा लोग इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करें। फिलहाल देश में सिर्फ एक फीसदी लोग ही इनकम टैक्स देते हैं। मंगलवार को राजस्व विभाग ने प्रधानमंत्री के सामने प्रेजेंटेशन दी थी, हालांकि बताया जाता है कि देश की आबादी में से महज एक फीसदी लोग इनकम टैक्स भरते हैं। वित्त वर्ष 2016 में 5 करोड़ 28 लाख इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किए गए थे। इस तरह उससे पहले वाले साल के मुकाबले संख्या में 22 फीसदी का इजाफा हुआ था।
आयकर विभाग ने नोटबंदी के दौरान ऐसे लोगों की भी डिटेल निकाली थी, जिन्होंने महंगी चीजों की खरीदारी की थी। इन लोगों ने आय होने के बावजूद रिटर्न फाइल नहीं किया था। इस डेटा का इस्तेमाल टैक्स चोरी करने वालों की पहचान करने में किया गया था, जिन्होंने इनकम होने के बावजूद रिटर्न फाइल नहीं किया था या अपनी आमदनी के मुताबिक टैक्स नहीं चुकाया था। नोटबंदी के बाद ऑपरेशन क्लीन मनी में ऐसे लोगों की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई थीं। इसके बाद एसएमएस और ईमेल से जवाब मांगे गए थे।