Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Feb, 2018 02:35 PM
पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) के 11,400 करोड़ रुपए के घोटाले में सार्वजनिक क्षेत्र के ही यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का भी 30 करोड़ डॉलर यानी करीब 1,915 करोड़ रुपए फंसा हुआ है। हालांकि यूनियन बैंक का दावा है कि उसका पैसा सुरक्षित है और वह इसे वसूल कर लेगी।
नई दिल्लीः पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) के 11,400 करोड़ रुपए के घोटाले में सार्वजनिक क्षेत्र के ही यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का भी 30 करोड़ डॉलर यानी करीब 1,915 करोड़ रुपए फंसा हुआ है। हालांकि यूनियन बैंक का दावा है कि उसका पैसा सुरक्षित है और वह इसे वसूल कर लेगी।
कल देर रात शेयर बाजार को दी जानकारी में यूनियन बैंक ने कहा, ‘‘हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि बैंक ने पंजाब नेशलन बैंक को वचनबद्धता पत्रों (एलओयू) के दबले अपनी विदेशी शाखाओं के माध्यम से ऋण सहयोग करता रहा है जिनके बारे में पता लगा है कि ये संदेश अनधिकृत स्विफ्ट संदेशों के माध्यम से जारी किए गए थे।’’
बैंक ने बताया कि जोखिम सहभागिता के तहत उसने एक्सिस बैंक से कुछ ‘बायर्स क्रेडिट’ (आयातक को विदेशी बैंक से प्राप्त अल्पकालिक उधार की सुविधा) भी खरीदी थी। इस तरह के सौदों के जरिए आयातक एक बैंक की ओर से जारी वचनबद्धता पत्र के आधार पर विदेश में देश के दूसरे बैंक की साखाओं से कर्ज हासिल करते रहते हैं। बैंक ने कहा कि इस मामले (पीएनबी धोखाधड़ी) में उसका भी 30 करोड़ डॉलर फंसा है। लेकिन बैंक का पैसा पूरी तरह सुरक्षित है क्यों की उसके पास दावे के लिए पूरे दस्तावेज हैं । बैंक को इस राशि के वापस मिल जाने का पूर्ण विश्वास है।