Edited By ,Updated: 25 Jul, 2016 02:36 PM
प्रॉपर्टी में निवेश करना है तो 2500-5000 प्रति वर्ग फुट वाले फ्लैट्स की तलाश करिए। प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म जेएलएल इंडिया का कहना है
नई दिल्लीः प्रॉपर्टी में निवेश करना है तो 2500-5000 प्रति वर्ग फुट वाले फ्लैट्स की तलाश करिए। प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म जेएलएल इंडिया का कहना है कि इस प्राइस पर रियल एस्टेट मार्कीट में निवेश करने से बढ़िया रिटर्न मिल सकता है। 'क्रिएटिंग वेल्थ विद रेजिडेंशल रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट' रिपोर्ट में जेएलएल ने हाऊसिंग सेगमेंट में सेफ इनवेस्टमेंट के लिए वाजिब कीमत सहित कई पैरामीटर्स बताए हैं।
जेएलएल इंडिया के चेयरमैन और कंट्री हेड अनुज पुरी ने कहा, 'रेजिडेंशल प्रॉपर्टी अच्छी लोकेशन पर होनी चाहिए। वहां का इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलप होना चाहिए। इसके साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट और इकनॉमिक एक्टिविटी से उस एरिया का डिवेलपमेंट तेजी से होता है।' उनके मुताबिक, निवेश से जुड़े जोखिम को कम करने के लिए टियर 1 और चुनिंदा टियर 2 शहरों में प्रॉपर्टी खरीदी जा सकती है। पुरी ने कहा, 'अगर 2,500-5,000 वर्ग फुट की कीमत पर निवेश किया जाता है तो उसमें प्राइस करेक्शन की आशंका कम होगी।'
उन्होंने कहा कि कंस्ट्रक्शन की कॉस्ट और लैंड की न्यूनतम कॉस्ट के हिसाब से यह प्राइस सेगमेंट सेफ है और इससे बढ़िया रिटर्न मिल सकता है। पुरी ने कहा, 'निवेशकों को तगड़े मुनाफे के लिए सही वक्त पर प्रॉपर्टी बेचनी चाहिए।' उन्होंने कहा कि अगर इन बातों पर ध्यान दिया जाए तो अगले तीन साल में प्रॉपर्टी से सालाना 15 पर्सेंट का रिटर्न हासिल किया जा सकता है। जेएलएल ने रेजिडेंशल प्रॉपर्टी में निवेश के लिहाज से शहरों की लिस्ट तैयार की है। उसके मुताबिक नॉर्थ इंडिया में एनसीआर, लखनऊ, चंडीगढ़, जयपुर और देहरादून में निवेश करने पर बढ़िया रिटर्न मिल सकता है।
पूर्वी भारत में भुवनेश्वर, कोलकाता, गुवाहाटी और रांची हाऊसिंग सेगमेंट में निवेश के लिए बेस्ट लोकेशन हैं। पश्चिम में मुंबई, अहमदाबाद, नासिक, नागपुर, पुणे और साउथ इंडिया में हैदराबाद, बैंगलूर, चेन्नई, कोयंबटूर और विजयवाड़ा में निवेश से अच्छे रिटर्न की संभावनाएं हैं। पुरी ने कहा, 'इन शहरों के माइक्रो मार्केट्स में डिवेलपमेंट की क्वॉलिटी, डिवेलपर की प्रतिष्ठा, लोकेशन की अहमियत और वक्त पर प्रॉजेक्ट पूरा पर कैपिटल वैल्यू एप्रिसिएशन निर्भर करता है।'