Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Dec, 2017 08:39 AM
हाल में बिटक्वाइन जैसी डिजीटल मुद्रा ने 10,000 अमरीकी डॉलर के स्तर को पार कर लिया। इससे जुड़ी ङ्क्षचताओं के मद्देनजर अमरीका का कहना है कि वह इस घटनाक्रम पर अपनी नजर बनाए हुए है जबकि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने क्रिप्टोकरंसी के विनियमन की जरूरत बताई।
वॉशिंगटनः हाल में बिटक्वाइन जैसी डिजीटल मुद्रा ने 10,000 अमरीकी डॉलर के स्तर को पार कर लिया। इससे जुड़ी ङ्क्षचताओं के मद्देनजर अमरीका का कहना है कि वह इस घटनाक्रम पर अपनी नजर बनाए हुए है जबकि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने क्रिप्टोकरंसी के विनियमन की जरूरत बताई।
व्हाइट हाऊस की प्रैस सचिव सराह सांडर्स ने कहा, ‘‘मैं जानती हूं कि यह ऐसा कुछ है जिसकी हमारी टीम द्वारा निगरानी की जानी चाहिए।’’ मुद्रा कोष के प्रवक्ता गैरी राइस ने कहा कि इनिशियल क्वाइन ऑफरिंग (आई.सी.ओ.) सहित अन्य क्रिप्टोकरंसी का उचित विनियमन एवं निगरानी किए जाने की जरूरत है। उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में यह बात कही।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष भारत के विकास दर अनुमान में करेगा सुधार
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा कि जनवरी में वह भारत के लिए अपना विकास दर अनुमान सुधार करेगा। हाल ही में क्रैडिट रेटिंग देने वाली अमरीका की मूडीज ने करीब 13 साल बाद भारत की रेटिंग में सुधार किया है। इसके बाद स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने भी भारत की रेटिंग को अपरिवर्तित रखा है। उसकी रेटिंग बी.बी.बी. माइनस है। उसका कहना है कि कम प्रति व्यक्ति आय से बढ़ रही कमजोरियों और सरकार के बढ़े ऋण तथा जी.डी.पी. की मजबूत वृद्धि में एक संतुलन है।