Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jan, 2018 09:02 AM
यू.टी. पुलिस में इंस्पैक्टर से डी.एस.पी. बनने के लिए काफी खींचतानी चल रही है।
चंडीगढ़ (विनोद): यू.टी. पुलिस में इंस्पैक्टर से डी.एस.पी. बनने के लिए काफी खींचतानी चल रही है। शुक्रवार को डिफैंस प्लानिंग कमेटी (डी.पी.सी.) की बैठक है, जिसमें यू.टी. के 3 इंस्पैक्टरों को डी.एस.पी. प्रोमोट करने पर मोहर लगाई जाएगी, लेकिन डी.पी.सी. के पास टॉप लिस्ट में 4 नाम इंस्पैक्टर चरणजीत सिंह, हरजीत कौर, दिलशेर सिंह चंदेल व दिलीप रतन हैं। वहीं इंस्पैक्टर दिलीप रतन के खिलाफ चल रहे आपराधिक केस को लेकर एक व्यक्ति ने होम सैक्रेटरी को अपील की है।
मुल्लांपुर गरीबदास क्षेत्र में पड़ते गांव कंसाला निवासी कुलविंद्र सिंह ने चंडीगढ़ के होम सैक्रेटरी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उसने बताया कि इंस्पैक्टर दिलीप रतन के खिलाफ रूपनगर की अदालत में एक आपराधिक केस चल रहा था, जिसमें कोर्ट ने दिलीप रतन को बरी कर दिया। मगर उस फैसले से वह संतुष्ट नहीं है। जिसके चलते उसने रूपनगर की कोर्ट में ही फिर से अपील दायर की है, जिसकी सुनवाई 21 फरवरी को होनी है। वहीं शिकायतकर्ता ने इसकी एक कॉपी चंडीगढ़ के होम सैक्रेटरी व डी.जी.पी. को भी भेजी है।
दिलीप रतन के खिलाफ केस न बन जाए अड़ंगा
यू.टी. पुलिस के 6 इंस्पैक्टरों का नाम डी.एस.पी. के लिए गया था, जिसमें सबसे सीनियर दिलीप रतन, चरणजीत सिंह, हरजीत कौर, दिलशेर सिंह चंदेल, गुरमुख सिंह व सीता देवी का नाम था। इनमें से 3 इंस्पैक्टरों को डी.एस.पी. बनाया जाएगा। सूत्रों की मानें तो दिलीप रतन के खिलाफ जो केस था वह कहीं अड़ंगा न बन जाए। अगर ऐसा होता है तो फिर चरणजीत सिंह, हरजीत कौर व दिलशेर सिंह चंदेल का डी.एस.पी. बनना लगभग तय माना जा रहा है।