Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Mar, 2018 10:56 AM
शहर में आज धरनों का दिन रहा। कहीं पैंशनर धरना तो कहीं किसान।
मोहाली (नियामियां): शहर में आज धरनों का दिन रहा। कहीं पैंशनर धरना तो कहीं किसान। भारतीय किसान यूनियन राजेवाल ने आज अपनी मांगों को लेकर फेज-8 में रोष रैली की। इसके बाद विधानसभा की तरफ रोष मार्च शुरू कर दिया। जैसे किसान वाई.पी.एस. चौक के पास चंडीगढ़ पंजाब की सीमा पर पहुंचे तो चंडीगढ़ पुलिस ने उनको सीमा पर ही रोक लिया।
जिस पर किसानों ने सड़क पर बैठकर जाम लगा दिया। प्रदेशभर से आए किसान आज भारतीय किसान यूनियन राजेवाल की अगुवाई में फेज-8 में स्थित गुरुद्वारा अंब साहिब के सामने इकठ्ठा हो गए। करीब डेढ़ बजे किसानों ने चंडीगढ़ की ओर कूच किया। किसानों का काफिला चंडीगढ़ सीमा पर पहुंचा तो यू.टी. पुलिस ने बैरीकेड से रोक लिया।
किसानों ने यूनियन के प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल की अगुवाई में वहीं पर ही धरना लगा दिया। वाई.पी.एस. चौक पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया। किसानों ने कहा कि चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी है। लोकतांत्रिक तरीकों साथ विरोध प्रगट करना उनका अधिकार है।
यू.टी. पुलिस की ओर से चंडीगढ़ में दखिल होने से रोका जा रहा है। किसानों ने ऐलान किया कि यदि उनको चंडीगढ़ में दाखिल न होने दिया गया तो वह चंडीगढ़ को पंजाब से होने वाली दूध और अन्य सामान की सप्लाई भी बंद करेंगे। जब तक उनकी मांगों नहीं मानी जाती तब तक किसान इसी जगह धरना देंगे।
पंजाब सरकार किसानों से कर रही भेदभाव
राजेवाल ने कहा कि केंद्र सरकार स्वामीनाथन कमिशन की रिपोर्ट लागू करने से भाग रही है और दूसरे तरफ पंजाब सरकार की ओर से भी किसानों के साथ किए वायदे पूरे करने की जगह टालमटोल की जा रही है। पंजाब के समूह किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए।
सरकार की तरफ से किसानों का कर्ज माफ करने के लिए जो कोई शर्तें लगाई जा रही हैं उनको खत्म किया जाना चाहिए। बता दें कि चंडीगढ़ से आने वाले ट्रैफिक को यू.टी. पुलिस ने ने सैक्टर-52 की लाइटों से परिवर्तनी रास्तों की तरफ मोड़ दिया गया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र के ओ.एस.डी. संदीप सिंह बराड़ की तरफ से धरने वाली जगह पर पहुंचकर किसानों के साथ बातचीत की।