Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jan, 2018 02:56 PM
31 जनवरी 2018 को पड़ने वाला चन्द्र ग्रहण काल पुरूष की चौथी राशि में पड़ रहा है। इसी के कारण सामाजिक स्तर का ताना बाना बिगड़ सकता है। इससे लोगों के आपसी संबंध और पारिवारिक संबंध बिगड़ेंगे। उम्रदराज महिलाओं को कष्ट होंगे। सभी को हृदय संबंधित समस्याएं...
31 जनवरी 2018 को पड़ने वाला चन्द्र ग्रहण काल पुरूष की चौथी राशि में पड़ रहा है। इसी के कारण सामाजिक स्तर का ताना बाना बिगड़ सकता है। इससे लोगों के आपसी संबंध और पारिवारिक संबंध बिगड़ेंगे। उम्रदराज महिलाओं को कष्ट होंगे। सभी को हृदय संबंधित समस्याएं सताएंगी। ये समस्याएं मूलत: उन वृद्धों को अधिक सताएंगी जो विदुर और विधवा की श्रेणी में आते हैं। ये ग्रहण जल संबंधिक बीमारियों को बढ़ाएगा जैसे इस ग्रहण से अगले 6 महीने में हैजा, दस्त, मलेरिया टाईफाइड पीलिया और मच्छरों से होने वाली सभी बीमारियां होने की संभावना है।
सी फूड खाने वालों को बड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना करना पड़ेगा। यह ग्रहण कर्क राशि में लग रहा है अत: इस ग्रहण के कारण जल संबंधित बीमारियां अधिक तौर पर फैलेंगी। इस ग्रहण के कारण आकस्मात बेमौसम बरसात और ओलावृति पड़ने के योग बनेंगे। भारत की कुण्डली के अनुसार ये ग्रहण खेती का नाश करेगा और खाने-पीने की सामग्री मंहगी होगी। जल और बर्फ से संबंधित उपद्रव भी हो सकते हैं। भारत की कुण्डली के तीसरे भाव के अनुसार पड़ोसियों से कटु संबंध होंगे तथा भारत पर उत्तर पश्चिमी दिशा से हमले होने की संभावना अधिक बढ़ जाएगी।
प्राकृतिक अपदाएं होने की भी संभावना है क्योंकि चन्द्रमा का सीधा संबंध जल और पहाड़ो से होता है। जल की दूषित किरणोें का प्रभाव नदीयों, समुद्र जलाशयों, हिमपात, पहाड़, झरने, वर्षा तथा पठारों पर रहेगा। इसके कारण समुद्र में ऊफान ज्वाभाटा के साथ में सुनामी, बादल फटने जैसी धटनाएं घोर ओला वर्ती की संभावना है। इसका सबसे अधिक प्रभाव भारते के हिम प्रदेशों तथा दक्षिण पूर्व के तटीय क्षेत्रों पर पड़ेगा। इस वर्ष लंबे समय तक सर्दी चलेगी। फरवरी से लेकर मार्च के अंत तक शीत लहर चलने की संभावना बढ़ सकती है।
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com