Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Jun, 2017 12:00 PM
शास्त्रों के अनुसार भोजन को भी पूजनीय माना गया है। इसी वजह से खाने से पहले भोजन को प्रणाम किया जाता है।
शास्त्रों के अनुसार भोजन को भी पूजनीय माना गया है। इसी वजह से खाने से पहले भोजन को प्रणाम किया जाता है। फिर अन्न देवता से प्रार्थना करनी चाहिए। अपने इष्टदेव का ध्यान करते हुए पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहिए। शास्त्रों में कई भोजन मंत्र बताए गए हैं जिन्हें खाना खाने से पहले बोला जाता है। इनके अतिरिक्त हम गायत्री मंत्र, ऊं नम: शिवाय जैसे सामान्य मंत्र भी बोलकर भोजन कर सकते हैं।
ऐसा माना जाता है कि इन मंत्रों के प्रभाव से हमें हमेशा ही भोजन मिलता रहता है और देवी-देवताओं की कृपा भी प्राप्त होती है। साथ ही मंत्रों की शक्ति से भोजन से असीम ऊर्जा की प्राप्ति होती है। वहीं यह भी कहा गया है कि यदि आप मंत्र न बोल सकें तो अपने गुरु या अपने इष्ट का स्मरण करके भोजन शुरू कर सकते हैं।
वहीं भोजन के दौरान कम से कम पानी पीएं। भोजन के बाद कम से कम सौ कदम चलें। संभव न हो तो 10 मिनट वज्रासन में बैठे। इससे भोजन पचने में सहायता मिलेगी।