IAS एग्जाम की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए हैं कई सारे विकल्प

Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Nov, 2017 06:27 PM

there are many options for students preparing for ias exam

हर साल तकरीबन साढ़े चार लाख स्टूडेंट्स आईएएस के एग्जाम  बैठते हैं। इस सपने के साथ कि उनका

नई दिल्ली : हर साल तकरीबन साढ़े चार लाख स्टूडेंट्स आईएएस के एग्जाम  बैठते हैं। इस सपने के साथ कि उनका करियर सिविल सर्विसेज में सेट होगा लेकिन हाई लेवल कॉम्पिटिशन की वजह से कुछ ही स्टूडेंट्स प्री एग्जाम पार कर पाते हैं, हालकिं सभी ने पढ़ाई की होती है । मगर इनडेप्थ पर जरा सी चूक सिलेक्शन रोक देती है। ऐसे स्टूडेंट्स जो प्री एग्जाम के लिए पढ़े लेकिन उसे पार नहीं कर पाए, वे इसकी पढ़ाई के दौरान अपने अंदर कई हुनर विकसित कर लेते हैं। जैसे , सब्जेक्ट की गहरी जानकारी, दबाव में चीजें मैनेज करना, सही निर्णय लेना, फ्लेक्सिबिलिटी जैसे गुण। अब इन गुणों के बेसिस पर दूसरे और कई करियर आजमाए जा सकते हैं, जहां काफी मौके हैं।

टीचिंग
आईएएस एग्जाम की तैयारी के लिए स्टूडेंट को घंटों पढ़ाई करनी पड़ती है। यह उसकी विषय पर पकड़ बनाने और ज्ञान कोष बढ़ाने में मदद करता है। ज्ञान का यह भंडार टीचिंग फील्ड में करियर बनाने के लिए सही साबित हो सकता है। इसके लिए नेट का एग्जाम क्लियर करना होगा। अगर कैंडिडेट की उम्र 28 साल या उससे कम है तो वह जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए भी अप्लाई कर सकता है।

सबऑडिनेट गवर्नमेंट एग्जाम्स
सिविल सर्विसेज के अलावा कई अन्य गर्वमेंट परीक्षाएं  होती हैं जिनमें आईएएस की तैयारी काम आ सकती है। इसमें लोअर सबऑडिनेट एग्जाम्स में ऑफिसर्स क्लास के लिए कैंडिडेट अप्लाई कर सकते हैं। इन एग्जाम्स के पेपर सिविल सर्विसेज एग्जाम पेपर्स से मुकाबले सरल होते हैं। इसलिए इनमें सफल होने के चांस भी ज्यादा रहते हैं। कई अपर क्लास गवर्नमेंट जॉब्स में आने के भी अच्छे चांस होते हैं। इनमें एसएससी, आईएफओएस, सीएपीएफ जैसे एग्जाम्स शामिल हैं

मैनेजमेंट में मौके
ऐसे कैंडिडेट्स चाहे वे किसी भी स्ट्रीम से पढ़े हों, उनके लिए मैनेजमेंट की फील्ड में भी भरपूर मौके रहते हैं। मैनेजमेंट के लिए कैट, जीआरई और जीमैट जैसे एग्जाम्स के जरिए इस फील्ड में अच्छी पोजीशन पायी जा सकती है। वहीं इरमा, आईआईएफटी, टिस, माइका, एक्सएलआरआई जैसे संस्थान अपने खुद के एग्जाम कराते हैं। यहां से बढ़िया प्लेसमेंट मिलने की पूरी उम्मीद होती है। इन एग्जाम्स के जरिए भी मैनेजमेंट फील्ड में लीड कर सकते हैं।

मेंटॉर बने 
सिविल सर्विसेज की तैयारी कराने वाले संस्थानों  में भी करियर सेट किया जा सकता है। कोचिंग इंस्टिट्यूटस में कई सब्जेक्ट के एक्सपर्ट फैकल्टी की जरूरत होती है। अच्छे रेप्यूटेड इंस्टिट्यूट्स काबिल कैंडिडेट्स को काफी अच्छी सैलरी ऑफर करते हैं। इसके अलावा खुद अपना कोचिंग सेंटर खोलना भी अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है।

बिजनस भी अच्छी राह
जो लोग सिविल सर्विसेज की  तैयारी  करते है  उन लोगों को  पढ़ाई के दौरान सरकारी ढ़ांचे, योजनाएं और सिस्टम का अच्छी। उसे यह पता होता है कि उसे किस मदद के लिए कहां जाना होगा। आने वाले समय में किस क्षेत्र में निवेश बढ़ेंगे, किसमें मौके आएंगे ऐसी जानकारियां भी हो जाती हैं। सब्सिडी, एनओसी, क्लियरेंस जैसे कई कामों के लिए कौन सा डिपार्टमेंट और अधिकारी जिम्मेदार है, इन सबकी भी उसे अच्छी समझ हो जाती है। ऐसे में कोई बिजनस शुरू करना उसके लिए उतना कठिन नहीं रह जाता।

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