Edited By ,Updated: 14 Feb, 2016 07:26 PM
जर्मन के आउटडोर स्कल्पचर्स के म्यूजियम में जब लकड़ी को आग से जलाया जाता है तो वहां से वाईफाई का सिग्रल आ जाता है। यह म्यूजियम जर्मनी के न्यूएनकिर्चेन में स्थित है।
बर्लिन: जर्मन के आउटडोर स्कल्पचर्स के म्यूजियम में जब लकड़ी को आग से जलाया जाता है तो वहां से वाईफाई का सिग्रल आ जाता है। यह म्यूजियम जर्मनी के न्यूएनकिर्चेन में स्थित है। यहां पर एक पत्थर के भीतर वाईफाई राउटर लगाया गया है, लेकिन वह तभी चलता है जब आग लगाई जाए।
पत्थर के भीतर एक थर्मोइलेक्ट्रिक जेनरेटर प्रयोग में लाया गया है जो गर्मी को इलेक्ट्रिसिटी में बदलता है। आग लगाने पर वाईफाई राउटर को बिजली मिलने लगती है और सिग्नल जेनरेट होने लगता है। पत्थर का वजन करीब 1.5 टन है और इस आर्टवर्क को कीपएलाइव नाम दिया गया है। यह कारनामा एरम बर्थोल नाम के शख्स ने किया है।
इस वाईफाई जेनरेटर की फोटो सोशल साइट पर काफी शेयर की जा रही है और कई लोग इस कला को देख हैरान हैं। यहां आने वाले विजिटर्स को खुद आग लगाकर वाईफाई सिग्नल जेनरेट करने को कहा जाता है। विजिटर्स इस वाईफाई से अपने फोन को भी कनेक्ट कर सकते हैं।