Edited By ,Updated: 05 Jan, 2017 02:30 PM
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह और कबायली इलाकों में रहने वाले हिंदू अपने मृतकों को जलाने की बजाय कब्रिस्तान में दफना रहे है।दरअसल यहां श्मशान घाट...
इस्लामाबाद:पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह और कबायली इलाकों में रहने वाले हिंदू अपने मृतकों को जलाने की बजाय कब्रिस्तान में दफना रहे है।दरअसल यहां श्मशान घाट की सुविधा न होने के कारण हिंदू एेसा करने पर मजबूर हैं।
खैबर पख्तूनख्वाह में हिंदू समुदाय की आबादी लगभग 50 हजार है।इनमें अधिकतर पेशावर में बसे हुए हैं।पेशावर में ऑल पाकिस्तान हिंदू राइट्स के अध्यक्ष और अल्पसंख्यकों के नेता हारून सर्वदयाल का कहना है कि उनके धार्मिक अनुष्ठानों के अनुसार वे अपने मृतकों को जलाने के बाद अस्थियों को नदी में बहाते हैं, लेकिन यहां श्मशान घाट की सुविधा न होने के कारण वे अपने मृतकों को दफनाने के लिए मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि केवल पेशावर में ही नहीं बल्कि राज्य के ठीक-ठाक हिंदू आबादी वाले जिलों में भी यह सुविधा न के बराबर है।वह कहते हैं,"पाकिस्तान के संविधान की धारा 25 के अनुसार हम सभी पाकिस्तानी बराबर अधिकार रखते हैं और सभी अल्पसंख्यकों के लिए कब्रिस्तान और श्मशान घाट की सुविधा प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च जिम्मेदारी है,लेकिन दुर्भाग्य से न केवल हिंदू बल्कि सिखों और ईसाई समुदाय के लिए भी इस बारे में कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है।"