Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Dec, 2017 10:46 PM
चीनी तानाशाही के खिलाफ सड़कों पर उतरे हांगकांग के लोगचीनी तानाशाही के खिलाफ सड़कों पर उतरे हांगकांग के लोगआंदोलनकारियों ने हाथों में ''हांगकांग की भावना कैद नहीं की जा सकती'', ''हमारे साथ आएं, तानाशाही शासन के खिलाफ लड़ें'' आदि लिखी तख्तियां ले रखी...
हांगकांगः चीन के तानाशाही रवैये से परेशान हांगकांग के सैकड़ों लोगों ने रविवार को सड़क पर मार्च निकाला। यहां के लोगों ने इस मार्च को 'तानाशाही विरोधी' मार्च का नाम दिया। इसमें जोशुआ वांग समेत बड़ी संख्या में लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
खबरों के मुताबिक, हांगकांग के लोगों को इस बात की चिंता सता रही है कि चीन लगातार ऐसे कानून प्रभावी कर रहा है जिससे आम लोगों की आजादी खतरे में पड़ जाएगी। बता दें कि 21 साल के वांग ने 2014 में लोकतंत्र के समर्थन में चर्चित 'अंब्रेला मूवमेंट' चलाया था, जिस मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। फिलहाल वह जमानत पर हैं।
इस दौरान वांग ने कहा, 'कोई भी कैद की सजा नहीं चाहता है लेकिन अगर आंदोलनों से न्याय और लोकतंत्र के लिए अधिकाधिक लोग सामने आ सकें तो वह इसकी कीमत चुकाने को तैयार हैं।'
आंदोलनकारियों ने हाथों में 'हांगकांग की भावना कैद नहीं की जा सकती', 'हमारे साथ आएं, तानाशाही शासन के खिलाफ लड़ें' इसी तरह की लिखी तख्तियां ले रखी थीं। कुछ ने हांगकांग में चीनी राष्ट्रगीत के अनादर पर लागू नए कानून का मजाक भी उड़ाया। बता दें, हांगकांग 1997 से चीन के अधीन है।