Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jul, 2017 04:06 PM
पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने एक टीवी इंटरव्यू में भड़ास निकालते कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर्स मामले में नवाज शरीफ के खिलाफ एक अच्छा फैसला सुनाया है...
लाहौरः पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने एक टीवी इंटरव्यू में भड़ास निकालते कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर्स मामले में नवाज शरीफ के खिलाफ एक अच्छा फैसला सुनाया है। वे इसी लायक थे। वह तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने और तीनों बार देश का बेड़ा गर्क किया। इस दौरान उन्होंने न्यायिक तख्तापलट की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि न्यायपालिका ने देश के हक में अपनी जिम्मेदारी पूरी की है।
शरीफ के खिलाफ जेआईटी ने दो महीने तक जांच की और फिर इसकी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को दी। मामले के पूरे ट्रायल के बाद उनको प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त किया गया। न्यायपालिका ने संविधान के अनुच्छेद 62 और 63 के तहत शरीफ को अयोग्य ठहराया है। नवाज शरीफ ने जेआईटी, नेशनल एसेंबली और सुप्रीम कोर्ट में झूठ बोला।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम न तो लश्कर-ए-तैय्यबा को आतंकी संगठन मानते हैं और न ही सैय्यद सलाहुद्दीन को आतंकी। सलाहुद्दीन एक मुजाहिदीन है। अमरीका की ओर से सलाहुद्दीन को आतंकी घोषित किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ में कूटनीतिक काबिलियत नहीं है। अमरीका कोई अल्ला-ताला नहीं है।
अमरीका और डोनाल्ड ट्रंप को यह बात समझानी पड़ेगी कि लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन नहीं है। हम उनको जाकर समझाएंगे। उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ के खिलाफ फैसले से क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान और उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी को फायदा होगा। जब मुशर्रफ पूछा गया कि क्या नवाज शरीफ के हटने के बाद उनके पाकिस्तान वापस लौटने का रास्ता साफ हो गया है, तो उन्होंने कहा, 'मैं राजनीतिक माहौल सुधरने पर अपने वतन पाकिस्तान वापस आऊंगा। सुप्रीम कोर्ट और नवाज शरीफ सरकार ने खुद मुझे बाहर जाने की इजाजत दी थी।' .