कतर के समर्थन के लिए आगे आया अमरीका, दिया ये बड़ा बयान

Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jun, 2017 02:21 PM

qatar demands difficult to meet says us

कतर से कूटनीतिक और राजनयिक रिश्ते खत्म करने वाले अरब देशों ने उसके सामने 13 शर्ते रखी हैं। सऊदी, बहरीन और यूएई का मानना है कि अगर इन शर्तों को कतर मान लेता...

वॉशिंगटन: कतर से कूटनीतिक और राजनयिक रिश्ते खत्म करने वाले अरब देशों ने उसके सामने 13 शर्ते रखी हैं । सऊदी, बहरीन और यूएई का मानना है कि अगर इन शर्तों को कतर मान लेता है, तो उनके संबंध पहले जैसे हो सकते हैं। इस मुश्किल की घड़ी में अमरीकी सरकार कतर की मदद के लिए आगे आई है । अमरीकी सरकार ने कतर का समर्थन करते हुए राजनयिक संकट खत्म करने के लिए अरब देशों की मांगों को मानना कठिन बताया है।


अरब देशों की मांगों को मानना कठिन
अमरीकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा है कि अरब देशों ने कतर के सामने जो मांगें रखीं हैं उन्हें पूरा करना कतर के लिए कठिन होगा। बता दें कि सऊदी अरब, मिस्र, बहरीन और सयुंक्त अरब अमीरात ने कतर से 10 दिनों के अंदर ईरान के साथ संबंध कम करने और तुर्की के सैन्य अड्डे को बंद करने की मांग रखी थी।
PunjabKesariटिलरसन ने अरब देशों को साथ बैठकर आतंकवाद का हल निकालने और इसके खिलाफ जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा है कि ये प्रस्ताव राजनयिक संकट के दौरान इन देशों के बीच बातचीत का रास्ता खोलता है। कतर पर लग रहे आरोपों पर टिलरसन ने कहा, "कतर के संबंध में पाले गए पूर्वाग्रह को लेकर जो बयानबाजी जारी है उसे कम किया जाए तो तनाव कम होगा।"


गौरतलब है कि सऊदी अरब, बहरीन, मिस्त्र और संयुक्त अरब अमीरात ने कतर पर आतंकी संगठनों को समर्थन का आरोप लगाते हुए उससे डिप्लोमेटिक रिश्तों के साथ जमीन, समुद्र और हवाई रिश्ते खत्म कर दिए थे। ऐसी स्थिति में ईरान और तुर्की कतर की मदद के लिए आगे आए थे । इन अरब देशों ने अब इन प्रतिबंधों को हटाने के लिए कतर के सामने 13 शर्तें रखी है । जिसे कतर के विदेश मंत्री ने बीते शनिवार को मानने से इंकार कर दिया हैं । 

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