Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Oct, 2017 12:42 PM
मन्दिरों के शहर जम्मू में डेंगू का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग अपना काम कर रहा है और उसका काम सिर्फ आंकड़े जारी करने तक सीमित रह गया है। अगर विभाग के आंकड़े देखे जाएं तो जम्मू में बहुत सारे मरीज डेंगू से पीड़ित हैं।
जम्मू: मन्दिरों के शहर जम्मू में डेंगू का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग अपना काम कर रहा है और उसका काम सिर्फ आंकड़े जारी करने तक सीमित रह गया है। अगर विभाग के आंकड़े देखे जाएं तो जम्मू में बहुत सारे मरीज डेंगू से पीड़ित हैं। शहर की एक लैब से मिले आंकड़ों से पता चलता है कि जम्मू में तीन हजार से अधिक लोग डेंगू से पीड़ित हैं और लोग ज्यादा तबीयत खराब होने पर सरकार अस्पताल की जगह लुधियाना के प्राइवेट अस्पतालों में जा रहे हैं।
इसमें कोई शक नहीं है कि जम्मू कश्मीर का स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन और नगर निगम डेंगू के मामले में पूरी तरह से फेल हो गया है। अगर बात प्राइवेट लैब की करें तो इसमें तीन से चार घंटे में रिपोर्ट मिल जाती है जबकि सरकार अस्पताल में एक सप्ताह से भी अधिक समय लग जाता है। ऐसे में मूल्य भी अधिक है। कोई लैब टैस्ट के आठ सौ ले रही है तो कोई 1500 से 1800 ले रही है। सबसे ज्यादा परेशानी गरीब लोगों को हो रही है। राज्य सरकार भी इस मामले में चुप है। ऐसे में कांग्रेस और पैंथर्स पार्टी ने सरकार से इस मामले में गंभीरता से कदम उठाने की मांग की है।