Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 07:40 PM
बीजेपी विधायक सत शर्मा के प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य विधानसभा में बताया, ‘राज्य में पिछले दो साल में पथराव करने वालों के खिलाफ 3773 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। इसमें 11290 लोगों को गिरफ्तार किया गया और बाद में जमानत...
श्रीनगरः जम्मू कश्मीर में पिछले दो साल में पथराव करने के मामले में करीब 11290 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाद में उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया।साथ ही पिछले साल हुई आतंकी घटनाओं में 213 आतंकवादी मारे गए और 51 नागरिकों को अपनी जान गवानी पड़ी।
बीजेपी विधायक सत शर्मा के प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य विधानसभा में बताया, ‘राज्य में पिछले दो साल में पथराव करने वालों के खिलाफ 3773 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। इसमें 11290 लोगों को गिरफ्तार किया गया और बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया।’
मुख्यमंत्री ने पथराव करने वालों के खिलाफ मामलों को वापस लेने के संबंध में कहा कि सरकार ने 2008 से 2017 के बीच पहली बार पथराव करने वालों को क्षमादान किया है। क्षमा इस शर्त पर दी गई कि आरोपी के माता-पिता को शपथपत्र देना होगा कि आरोपी भविष्य में गैरकानूनी गतिविधि में शामिल नहीं होंगे और अच्छा आचरण दिखाएंगे।
सरकार ने गुरूवार को कहा कि पिछले साल आतंकवाद संबंधी घटनाओं में 213 आतंकवादी मारे गए और 51 नागरिकों की भी जान गई। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने विधानसभा में कहा कि वर्ष 2017 में 127 विदेशी और 86 स्थानीय आतंकवादी मारे गए। वहीं वर्ष 2016 में 119 विदेशी और 31 स्थानीय आतंकवादी मारे गए थे।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार आतंकवादी घटनाओं में 2017 में 51 नागरिकों की जान गई जबकि 2016 में 20 नागरिकों की मौत हुई थी। मुफ्ती ने बताया कि सरकार ने जम्मू कश्मीर में सीमापार आतंकवाद को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। इनमें सीमा पर बाड़ लगाना, उसका विद्युतीकरण, नाइट विजन उपकरण लगाना आदि शामिल हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में 320 हथियार जब्त किए गए। इनमें 213 एके असाल्ट राइफलें, 101 पिस्तौल और रिवाल्वर शामिल हैं।