Edited By ,Updated: 24 May, 2017 08:30 AM
कश्मीर में पत्थरबाजों से निपटने के लिए एक युवक को जीप से बांधकर ढाल की तरह इस्तेमाल करने वाले मेजर लितुल गोगोई
नई दिल्ली: कश्मीर में पत्थरबाजों से निपटने के लिए एक युवक को जीप से बांधकर ढाल की तरह इस्तेमाल करने वाले मेजर लितुल गोगोई ने पहली बार मीडिया के सामने बयान दिया है। घटना काे विस्तार से बताते हुए उन्हाेंने कहा कि अगर उस दिन युवक को जीप से बांधने वाले प्लान पर काम नहीं किया होता तो कई लाेगाें की जान जा सकती थी। राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर गोगोई को आर्मी चीफ की ओर से इस घटना के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया है। वहीं दूसरी ओर कश्मीर में पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रखी है।
'पत्थरबाजों को उकसा रहा था युवक'
गोगोई ने उस दिन को याद करते हुए बताया कि सुबह साढ़े 10 बजे कॉल आई कि गुंडीपुरा में 1200 लोगों ने पोलिंग स्टेशन को घेर रखा है और उसे पेट्रोल बम से जलाने की कोशिश कर रहे हैं। क्विक रिस्पोंस टीम के साथ जब वे वहां पहुंचे तो भीड़ ने उनके काफिले पर पथराव शुरू कर दिया। उन्होंने देखा कि एक युवक पत्थरबाजों को उकसा रहा है और उसी के नेतृत्व में ये पत्थरबाजी हो रही है। उन्होंने उसका पीछा किया तो युवक भागने लगा। लेकिन उनकी टीम किसी तरह उस युवक को पकड़ने में कामयाब रही। उन्हाेंने कहा कि उन्हें ये आईडिया आया कि कोई बल-प्रयोग भीड़ पर नहीं करना है और लाेगाें काे बचाना है, तो उस युवक को ही ढाल बनाना होगा। इसलिए कई लाेगाें की जान बचाने के लिए उन्हाेंने यह कदम उठाया।