Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Oct, 2017 12:43 AM
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया,‘‘दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र में शांति थी। दिल्ली के उकसावे पर कुछ दिनों के लिए शांति भंग हुई लेकिन पर्वतीय क्षेत्र में फिर से शांति बहाल हो गई।’’ उन्होंने कहा,‘‘मैं हर किसी से अनुरोध करूंगी कि वे किसी तरह के अफवाह पर ध्यान...
नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जीलिंग हिंसा के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि राज्य सरकार शांति में खलल डालने को लेकर अफवाह फैलाए जाने को बर्दाश्त नहीं करेगी। ममता ने एक प्रशासनिक बैठक में पर्वतीय क्षेत्र और माओवादियों के पूर्व गढ़ जंगलमहल के लोगों से अनुरोध किया कि वे किसी उकसावे या अफवाह पर ध्यान नहीं दें।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया,‘‘दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र में शांति थी। दिल्ली के उकसावे पर कुछ दिनों के लिए शांति भंग हुई लेकिन पर्वतीय क्षेत्र में फिर से शांति बहाल हो गई।’’ उन्होंने कहा,‘‘मैं हर किसी से अनुरोध करूंगी कि वे किसी तरह के अफवाह पर ध्यान नहीं दें। आप लोगों को जंगलमहल की रक्षा करनी होगी, आपके दोस्त के तौर पर मैं आपके साथ हूं।’’
उन्होंने भाजपा की ओर इशारा करते हुए भगवा पार्टी पर देश में मतभेद पैदा करने का आरोप लगाया। ममता ने कहा,‘‘भारत में, भगवा ध्वज के साथ एक नई राजनीतिक पार्टी उभरी है। यह लोगों के बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रही है। यह एक गांव से दूसरे गांव में संकट खड़ा कर रही है हिंदू, मुसलमान, सिख और ईसाई के बीच विभाजन पैदा करने की भी कोशिश कर रही है।’’
आदिवासियों की जमीन से जुड़े कानून में झारखंड सरकार द्वारा संशोधन किए जाने का जिक्र करते हुए ममता ने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी आदिवासियों की जमीन छीन कर उनके बीच मतभेद पैदा कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘यह (भगवा पार्टी) आदिवासियों के बीच मतभेद पैदा कर रही है। उनकी जमीन छीनी जा रही। यह हाल ही में झारखंड में हुआ है।’’
मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल को ऐसी भूमि बताया जहां सभी धर्मों के लोग खुशी-खुशी रहते हैं। उन्होंने गुजरात की एक घटना का जिक्र किया जिसके तहत गरबा में शामिल होने पर एक दलित व्यक्ति की उच्च जाति के पटेल समुदाय के कुछ लोगों ने कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। इस तरह की घटनाएं राजस्थान, मध्य प्रदेश और बिहार के भी कुछ हिस्सों में हुई।