Edited By ,Updated: 20 Feb, 2017 01:31 PM
शनिवार को तमिलनाडु विधानसभा में मुख्यमंत्री पलनिसामी ने बहुमत हासिल कर लिया, लेकिन विपक्ष नाराज है।
चेन्नई : शनिवार को तमिलनाडु विधानसभा में मुख्यमंत्री पलनिसामी ने बहुमत हासिल कर लिया, लेकिन विपक्ष नाराज है। गवर्नर को खत लिखकर विपक्ष की गैरमौजूदगी में विश्वास मत जीतने को असंवैधानिक बताते हुए लोकतांत्रिक मूल्यों को फिर से बहाल करने की गुजारिश के बाद डीएमके ने अब मद्रास हाई कोर्ट का रुख किया है। डीएमके ने विश्वास मत प्रस्ताव के खिलाफ मद्रास हाई कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसपर मंगलवार को सुनवाई होगी। विश्वास मत प्रस्ताव से पहले विधानसभा में खूब हंगामा बरपा था, जिसे देखते हुए विपक्षी डीएमके और कांग्रेसी विधायकों को वोटिंग के वक्त बाहर रखा गया था। बाद में स्पीकर ने पलनिसामी के बहुमत हासिल करने का ऐलान कर दिया था, पलनिसामी के समर्थन में 122 और खिलाफ 11 वोट पड़े थे।
सीक्रेट वोटिंग की मांग को लेकर विधानसभा के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 2 बार स्थगित कर दी गई थी। शशिकला कैंप के विधायकों को छोड़ सभी विपक्षी सीक्रेट वोटिंग की मांग कर रहे थे, लेकिन स्पीकर ने इस मांग को खारिज कर दिया था। शनिवार को डीएमके नेता एम के स्टालिन गवर्नर से मुलाकात के बाद भूख हड़ताल पर बैठ गए थे, बाद में उन्हें चेन्नई पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।