Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Sep, 2017 02:15 PM
जदयू से बागी हो चुकें नेता शरद यादव ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि देश की स्थिति नाजुक है। ऐसी स्थिति में देश में साझी विरासत की आवश्यकता है।
नई दिल्ली: जदयू से बागी हो चुकें नेता शरद यादव ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वह अब जदयू से आजाद हो चुकें हैं और वह किसी भी परिस्थिति में अपने सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि देश की स्थिति नाजुक है। ऐसी स्थिति में देश में साझी विरासत की आवश्यकता है। शरद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बिगड़े संबंधों पर कुछ कहने से मना कर दिया। यादव ने बस इतना ही कहा कि पुराने लोगों का साथ छूटने का उन्हें दुख हैं।
एनडीए सरकार पर साधा निशाना
शरद यादव ने एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि काले धन अाैर आतंकवाद पर रोक लगाने के लिए नोटबंदी का फैसला लिया गया लेकिन इस सब में सरकार के हाथ ना कामयाबी लगी। रिजर्व बैंक के आंकड़ों से ज्ञात होता है कि नोटबंदी का फैसला गल्त था। नोटबंदी से लगभग 16 हजार करोड़ रुपये का कालाधन वापिस आया, लेकिन इसके लिए रिजर्व बैंक को आठ हजार करोड़ रुपये खर्च करने पड़े हैं। शरद यादव का कहना है कि मोदी सरकार ने चुनाव के दौरान दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन नोटबंदी के कारण उन्होंने तीन करोड़ लोगों का रोजगार छीन लिया।