मोदी का मेक इन इंडिया के तहत एक और कारनाम, बनवाएंगे सुपरकंप्यूटर

Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jul, 2017 08:29 PM

supercomputer will be built in india under make in india

मेक इन इंडिया के तहत देश के नाम एक नया आयाम जुड़ने जा रहा है।

नई दिल्लीः मेक इन इंडिया के तहत देश के नाम एक नया आयाम जुड़ने जा रहा है। इसके लिए मोदी सरकार टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम उठाने वाली है।अगर, योजना ने सही तरीके से गति पकड़ी तो जल्द ही आने वाले दिनों में देश के अंदर सुपरकंप्यूटर बनने शुरू हो जाएंगे।साथ ही इसका उत्पादन तीन चरणीय कार्यक्रम के तहत किया जाएगा।

नेशनल सुपरकंप्यूटर्स मिशन के शुरूआती दो चरणों में उच्च गति वाले इंटरनेट स्विचों और कंप्यूट नोड्स जैसे उप तंत्रों के डिजाइन एवं निर्माण का काम स्वदेशी तौर पर करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। 4500 करोड़ रूपए की परियोजना को पिछले साल मार्च में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने मंजूरी दी थी।

परियोजना के लिए प्रस्ताव अनुरोध अंतिम चरणों में है और इस पर सीडैक, पुणे काम कर रहा है। यह संस्थान इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत आने वाला अनुसंधान एवं विकास संस्थान है। एनएसएम का ध्येय तीन चरणों में लगभग 50 सुपरकंप्यूटर तैयार करने का है। सरकार की योजना इन सटीक कंप्यूटरों को देश भर में वैज्ञानिक अनुसंधानों के लिए उपलब्ध करवाना है।

परियोजना की देखरेख कर रहे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक मिलिंद कुलकर्णी ने कहा कि पहले चरण में तीन सुपर कंप्यूटर आयात किए जाएंगे। शेष तीन सुपर कंप्यूटरों के हिस्सों का निर्माण विदेश में किया जाएगा, लेकिन उन्हें जोड़ा भारत में जाएगा। सिस्टम के समग्र डिजाइन की जिम्मेदारी सीडैक पर होगी। दो सुपरकंप्यूटरों की क्षमता शीर्ष 2 पेटाफ्लॉप्स की होगी। जबकि शेष सुपर कंप्यूटरों की क्षमता 500 टेराफ्लॉप्स की होगी। फ्लोंटिंग प्वाइंट आॅपरेशन्स पर सेकेंड :फ्लॉप्स: गणनात्मक क्षमता को मापने की एक मानक इकाई है।

इन छह सुपर कंप्यूटरों को चार आईआईटी बनारस हिंदु यूनिर्विसटी, कानपुर, खड़गपुर और हैदराबाद में लगाया जाएगा। शेष दो को पुणे के इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च और बेंगलूरू के इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ साइंस में लगाया जाएगा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव आशुतोष शर्मा ने कहा, इन्हें इस साल के अंत तक हासिल कर लेने का लक्ष्य है। दूसरे चरण में उच्च गति इंटरनेट स्विच, कंप्यूट नोड और नेटवर्क सिस्टमों का निर्माण भारत में होगा। 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!