पटाखों पर बैन से बौखलाए त्रिपुरा के गवर्नर- अवॉर्ड वापसी गैंग चिता जलाने पर भी याचिका डाल दे

Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Oct, 2017 02:24 PM

tripura governor angry cracker ban on delhi ncr

तथागत रॉय ट्वीट पर लिखा- ‘कभी दही हांडी, आज पटाखा ,कल को हो सकता है प्रदूषण का हवाला देकर मोमबत्ती और अवार्ड वापसी गैंग हिंदुओ की चिता जलाने पर भी याचिका डाल दे!’ उन्होंने ने साफ किया कि वो एक हिन्दू होने की वजह से सुप्रीम कोर्ट के आदेश से नाखुश...

नई दिल्लीः इस दिवाली पर दिल्ली-एनसीआर में पटाखों पर सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध लगाने के बाद से सोशल मीडिया पर पक्ष विपक्ष में प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को मशहूर लेखक चेतन भगत के ट्वीट के बाद त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मंगलवार को उन्होंने अपने ट्वीट पर लिखा- ‘कभी दही हांडी, आज पटाखा ,कल को हो सकता है प्रदूषण का हवाला देकर मोमबत्ती और अवार्ड वापसी गैंग हिंदुओ की चिता जलाने पर भी याचिका डाल दे!’

इंडिया टुडे से बातचीत में राज्यपाल ने साफ किया कि वो एक हिन्दू होने की वजह से सुप्रीम कोर्ट के आदेश से नाखुश हैं, क्योंकि ये समुदाय को उसके उत्सव से जुड़े एक अहम पहलू से वंचित करता है। बता दें, इससे पहले बीजेपी नेता से राज्यपाल बने तथागत रॉय ने हाल में सोशल मीडिया पर रोहिंग्या के लिए ‘कचरा’ कहने वाला विवादित बयान दिया था।

वहीं, सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर लेखक चेतन भगत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नाखुशी जाहिर करते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किए थे।  उन्होंने सवाल भी किया कि किस आधार पर किसी की परंपराओं पर बैन लगाया जा रहा है? इसके चेतन भगत ने एक ट्वीट में लिखा, 'बिना पटाखों के बच्चों के लिए दिवाली का क्या मतलब है?' लेखक ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का बैन परंपराओं पर चोट है। 

उन्होंने प्रदूषण विभाग को सुझाव देते हुए कहा था कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट की हालत सुधारना भी प्रदूषण पर लगाम लगाने का एक बढ़िया विकल्प हो सकता है। उन्होंने दिल्ली-एनसीआर की खराब आबो-हवा सुधारने के लिए चेतन ने एक हफ्ते के लिए बिजली और कारों का इस्तेमाल नहीं करने का भी सुझाव दिया था।

इसके अलावा भगत ने यह भी कहा था कि केवल हिंदुओं के त्योहार पर बैन क्यों लगाने की हिम्मत क्यों दिखाई जाती है?  जो लोग दिवाली जैसे त्योहारों में सुधार लाना चाहते हैं, मैं उनमें यही शिद्दत खून-खराबे से भरे त्योहारों को सुधारने के लिए भी देखना चाहता हूं।'

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!