Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Jan, 2018 05:21 PM
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिला मुख्यालय में किराने की दुकानों की एक ऐसी अनोखी गली है, जहां गरीब मजदूरों को आज भी 10 रुपए में दो समय के भोजन लायक राशन मिल जाता है। इस राशन को ‘राहत की पुड़िया’ कहा जाता है...
होशंगाबाद(वार्ता): मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिला मुख्यालय में किराने की दुकानों की एक ऐसी अनोखी गली है, जहां गरीब मजदूरों को आज भी 10 रुपए में दो समय के भोजन लायक राशन मिल जाता है। इस राशन को ‘राहत की पुड़िया’ कहा जाता है। होशंगाबाद के हलवाई चौक स्थित बनिया गली में लगभग आधा दर्जन ऐसी ही किराने की दुकानें हैं जहां महंगाई कितनी बढ़ जाये लेकिन गरीब मजदूर को 10 रुपए में ‘राहत की पुड़िया’ मिल जाती है। इस पुड़िया में दाल, चावल,चाय, शक्कर सहित इतना राशन होता है, जिससे गरीब के घर दो वक्त का भोजन बन जाता है।
बनिया गली के एक दुकानदार अमरचंद खंडेलवाल ने बताया कि उनकी दुकान 50 वर्ष से अधिक समय से संचालित है। उनका कारोबार मजदूर वर्ग से ही संचालित होता है। अगर महंगाई बढ़ी है, तो अब उनका फर्ज है कि उन मजदूरों का ख्याल रखें। भले नुकसान हो लेकिन वे मकादूरों को 10 रुपए में इतना राशन का सामान देते हैं, जिससे एक आदमी दो वक्त भोजन कर सकता है। एक अन्य दुकानदार नारायण ने कहा कि उनकी ‘राहत की पुड़िया’ से किसी गरीब मजदूर का पेट भर जाए, तो इससे बड़ा पुण्य नहीं हो सकता।