Edited By ,Updated: 29 Jan, 2015 09:07 PM
द्वारकापीठ के जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती ने आज कहा कि (साई की सुनामी) में सनातन धर्म नहीं बहेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में सबसे पहले मनोज कुमार की फिल्म (साई) ने भ्रम फैलाने का काम किया है।
बैतूल: द्वारकापीठ के जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती ने आज कहा कि 'साई की सुनामी' में सनातन धर्म नहीं बहेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में सबसे पहले मनोज कुमार की फिल्म 'साई' ने भ्रम फैलाने का काम किया है।
शंकराचार्य ने यहां आयोजित धर्म संसद के बाद पत्रकारों से चर्चा मे कहा कि सनातन धर्म के अनुयायी कमजोर हो गए, जिसकी वजह से धर्म संसद का आयोजन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड भी ले देकर फिल्मों को पास कर देता है। सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष और उसके सदस्यों का इस्तीफा इस बात का प्रमाण है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमरीका के राष्ट्रपति को चाय बनाकर पिलाने की और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नए वर्ष में शिर्डी जाने की आलोचना भी की।