Edited By ,Updated: 27 May, 2015 08:45 PM
आम तौर पर चुप रहने के लिए मशहूर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने बुधवार को केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा निशाना साधा और उसे डेमोक्रेसी के लिए खतरा बताया। इसके बाद, बीजेपी की ओर से मनमोहन पर लगातार कई हमले हुए। हालांकि, देर शाम पीएम नरेंद्र मोदी ने मनमोहन के...
नई दिल्ली: आम तौर पर चुप रहने के लिए मशहूर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने बुधवार को केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा निशाना साधा और उसे डेमोक्रेसी के लिए खतरा बताया। इसके बाद, बीजेपी की ओर से मनमोहन पर लगातार कई हमले हुए। हालांकि, देर शाम पीएम नरेंद्र मोदी ने मनमोहन के साथ अपनी फोटो ट्वीट की।
पीएम ने बताया कि उन्होंने अपने निवास 7 रेस कोर्स रोड पर मनमोहन से मुलाकात की। मोदी ने लिखा, “डॉ मनमोहन सिंह से मिलकर और सात आरसीआर में उनका स्वागत करके बहुत खुशी हुई। हमारी मुलाकात बहुत अच्छी रही।” आधिकारिक तौर पर बैठक में हुई बातचीत का कोई ब्योरा नहीं मिल पाया। सूत्रों के मुताबिक, सिंह ने एक साल पूरे होने पर मोदी को बधाई दी।
मनमोहन ने कहा, ''देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं के लिए खतरा पैदा हो गया है। देश के सामाजिक बनावट को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसे रोकने के लिए युवाओं को जिम्मेदारी उठानी होगी। कृषि उत्पादन में लगातार गिरावट आ रही है। गांवों में रहने वाली देश की 65 फीसदी आबादी संतुष्ट नहीं है। निर्यात में कमी आ रही है। बीजेपी सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। लेकिन पिछले एक साल में बीजेपी सरकार कई आंकड़ों और तथ्यों को गढ़ कर ये जताने की कोशिश कर रही है कि अर्थव्यवस्था की हालत उतनी खराब नहीं है।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 10 साल के शासनकाल में 12 लाख करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है और वह सिर्फ यह कह कर अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते कि इन घोटालों से उनको कोई लाभ नहीं पहुंचा है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि मनमोहन सिंह गांधी परिवार की कठपुतली थे, उनके राज में मंत्री खुद को पीएम समझते थे। मनमोहन जब पीएम थे तो कहते थे कि हजारों जवाबों से अच्छी मेरी खामोशी है और आज जब सब लुट गया तो चुप्पी तोड़ी है।
केन्द्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भ्रष्टाचार को कोई मुद्दा नहीं बताने संबंधी टिप्पणी करके यह स्वीकार किया है कि कहीं तो कुछ गलत हुआ है। पूर्व प्रधानमंत्री का यह कहना कि भ्रष्टाचार का कोइ मुद्दा ही नहीं है, बेहद गैर जिम्मेदाराना है।