Edited By ,Updated: 24 Jun, 2015 08:37 AM
अक्सर देखने को मिलता है कि लोग अपने रोजगार में दिन-रात परिश्रम करते हैं, परंतु निरंतर हानि ही होती जाती है। लाभ नहीं होता। इससे वह व्यक्ति निराश हो जाता है।
अक्सर देखने को मिलता है कि लोग अपने रोजगार में दिन-रात परिश्रम करते हैं, परंतु निरंतर हानि ही होती जाती है। लाभ नहीं होता। इससे वह व्यक्ति निराश हो जाता है। यदि इस प्रकार के व्यक्ति निम्र उपायों में से कोई भी उपाय करें तो उनके व्यापार में वृद्धि होकर आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। मंत्र इस प्रकार है :
ॐ श्रीं श्रहिं श्रीं परनाम् सिद्धि श्रीं श्रीं श्रीं।
इस मंत्र की सिद्धि के लिए संध्या के समय शिवजी की पूजा करने के उपरांत उपरोक्त मंत्र की तीन माला जप करें।
तत्पश्चात तगर, केसर, लाल चंदन, श्वेत चंदन, देवदारू, कपूर, गुग्गुल और असगंध के फूल को घी में मिलाकर उपरोक्त मंत्र से ही हवन करना चाहिए। इस प्रकार कम से कम लगातार 11 दिन तक यह उपासना करनी चाहिए। पूजा की समाप्ति पर शिव गायत्री का 24 बार पाठ करना विशेष हितकारी माना जाता है।
—तांत्रिक बहल