Edited By ,Updated: 03 Sep, 2015 02:31 PM
नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में लम्बे समय से सरकारी पदों पर बैठे अथॉरिटी के सी.ई.ओ. रमारमण सहित कई अधिकारियों की सम्पत्ति की जांच और उनके द्वारा किए जा रहे भष्टाचार का मामला इलाहबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है।
इलाहाबाद: नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में लम्बे समय से सरकारी पदों पर बैठे अथॉरिटी के सी.ई.ओ. रमारमण सहित कई अधिकारियों की सम्पत्ति की जांच और उनके द्वारा किए जा रहे भष्टाचार का मामला इलाहबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। इलाहबाद में इन अधिकारियों की सम्पत्ति की सीबीआई जांच की मांग को लेकर इलाहाबद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल हुई है। बोधिसत्व सोसाइटी के जितेंद्र कुमार गोयल की जनहित याचिका में सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने मुख्य सचिव से जवाब तलब किया है।
इसमें रमारमण के अलावा संतोष यादव, एमपी सिंह, यशपाल, ललित शामिल हैं। ये सभी अधिकारी 2006 से पहले से अथॉरिटी में तैनात हैं और इनका तबादला तक नहीं हुआ है। हाई कोर्ट ने कहा आखिर इतने लम्बे समय से क्यों जमे हुए हैं रमारमण अगर काबिल अफसर हैं तो किसी जि़लों में इनका ट्रांसफर क्यों नहीं कर दिया जाता।
गौरतलब है की नोएडा अथॉरिटी में अब तक जो भी अफसर रहे हैं ज्यादातर अफसर मालामाल हो गए हैं। ऐसे में हाईकोर्ट में दाखिल हुई इस याचिका में रमारमण की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।