Edited By ,Updated: 18 Feb, 2017 04:58 PM
रेलवे के लिए टाइम टेबल बनाना बहुत ही मुश्किल काम होता है। कई अधिकारियों और कर्मचारियों को...
नई दिल्लीः रेलवे के लिए टाइम टेबल बनाना बहुत ही मुश्किल काम होता है। कई अधिकारियों और कर्मचारियों को नया टाइम टेबल बनाने में 15-20 दिन से ज्यादा का समय लग जाता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी यानी आई.आई.टी. के प्रोफेसर्स ने सेंट्रल रेलवे के साथ मिलकर एक ऐसा ऐल्गरिदम तैयार किया है जिसकी मदद से रेलवे का टाइम टेबल बस 5 मिनट में तैयार किया जा सकेगा।
बनाया गया नया सॉफ्टवेयर
यह प्रक्रिया सरल बनाने के लिए टीम ने एक सॉफ्टवेयर डिवेलप किया है। इस सॉफ्टवेयर के जरिए टीम ने एक पीरियॉडिक टाइम टेबल तैयार किया है जो रेलवे स्टाफ के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सेंट्रल रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर नरेंद्र पाटिल ने बताया कि प्रफेसर्स के साथ वे इस प्रॉजेक्ट पर 2 साल से काम कर रहे थे। प्रोफेसर रंगराज ने बताया कि इस सॉफ्टवेयर की मदद से रेलवे को किसी रूट पर ट्रेनों की संख्या तय करने में भी दिक्कत नहीं होगी। टीम को उम्मीद है जल्द ही इस नए सिस्टम का व्यावहारिक उपयोग शुरू हो जाएगा।
इन समस्याओं से भी मिलेगी निजात
यह नया सिस्टम न केवल टाइम टेबल बनाने में खर्च होने वाला ढेर सारा समय बचाएगा, बल्कि टाइम टेबल तैयार होने के बाद ट्रेनों में बोगियों की बदलती संख्या और ट्रेनों के लिए कई बार तय प्लेटफॉर्म न उपलब्ध होने जैसी बाकी समस्याओं से भी निजात दिलाएगा।