Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 09:58 AM
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पद से इस्तीफा देकर “महागठबंधन” काे तोड़ दिया और इसके कुछ घंटे बाद ही भाजपा से नाता जोड़ लिया।
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पद से इस्तीफा देकर “महागठबंधन” काे तोड़ दिया और इसके कुछ घंटे बाद ही भाजपा से नाता जोड़ लिया। अब गुरुवार को नीतीश दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। हालांकि नीतीश के इस फैसले पर उनकी पार्टी के सासंद अली अनवर ने बगावत कर दी है। उनका कहना है कि नीतीश अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर भाजपा के साथ सरकार बना रहे हैं, लेकिन मेरी अंतरात्मा इस बात को नहीं मानती। अगर मुझे अपनी बात कहने का मौका मिलेगा, तो मैं पार्टी के मंच पर अपनी बात जरूर रखूंगा।
'नीतीश के फैसले को बताया गलत'
अनवर के अलावा जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने भी नीतीश के फैसले को गलत बताया है। उनका कहना है महागठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनाने का नीतीश का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है। इससे बिहार में गलत संदेश जाएगा। बता दें कि नीतीश के राजद से दूर जाने और भाजपा के करीब आने की अटकलें काफी समय से लगाई जा रही थीं लेकिन इसके पीछे के कारण अभी तक अस्पष्ट हैं।