Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Aug, 2017 06:33 PM
नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट में जल्द से जल्द फेरबदल की संभावनाओं को बल मिलता जा रहा है..
नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट में जल्द से जल्द फेरबदल की संभावनाओं को बल मिलता जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महीने के अंत तक मोदी अपनी कैबिनेट में कई नए मंत्रियों को शामिल करेंगे और कई एक की छुट्टी भी। सूत्रों का ये भी कहना है कि लगातार रेल दुर्घटनाओं पर इस्तीफे की पेशकश करने वाले रेलमंत्री सुरेश प्रभु की छुट्टी तभी होगी।
मानसून सत्र खत्म होने के बाद से ही कैबिनेट फेरबदल की चर्चा तेज हो चुकी थी लेकिन गुजरात राज्यसभा चुनाव व उपराष्ट्रपति चुनाव की वजह से फेरबदल की तारीख आगे बढ़ती चली गई। ऐसे में अब मोदी अपने तीसरे कैबिनेट फेरबदल की तैयारियों में लग गए हैं।
वहीं, बुधवार को ही रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने खुद ही इस्तीफे की पेशकश का इशारा किया था। प्रभु ने ट्वीट कर कहा कि रेल हादसों की नैतिक ज़िम्मेदारी मेरी है। मैंने पीएम से मिलकर ज़िम्मेदारी ली है। पीएम ने मुझे इंतजार करने को कहा है।
सूत्रों की मानें तो सरकार उनका इस्तीफा रेल हादसों से जोड़कर नहीं दिखाना चाहती, इसलिए उन्हें विस्तार तक इंतजार करने को कहा गया है। अगर सुरेश प्रभु की रेल मंत्रालय से छुट्टी होती है तो अगला रेल मंत्री कौन होगा।
लोगों के बीच यही चर्चा का विषय बन चुका है। चीन विवाद की वजह से रक्षा मंत्रालय पर भी सबकी नजर लगी हैं। एेसे में देखना दिलचस्प होगा कि मोदी अरुण जेटली से कौन सा मंत्रालय वापस लेते हैं। कैबिनेट विस्तार में JDU कोटे से मंत्री बनाए जाएंगे लेकिन AIADMK के मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना बहुत कम दिखाई दे रही है।
मोदी के इस फेरबदल में 2019 के लोकसभा चुनावों के अलावा आने वाले विधानसभा चुनावों को भी ध्यान में रखा जाएगा। आने वाले दो सालों में ओडिशा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक जैसे राज्यों में चुनाव होने हैं। इसके चलते दक्षिण के कुछ चेहरे पीएम मोदी के कैबिनेट में दिखाई दे सकते हैं।