Edited By ,Updated: 21 Aug, 2016 01:02 PM
फुटबाल के दीवाने देश और ओलिंपिक खेलों के मेजबान ब्राजील के लिए यह निश्चित ही इन खेलों की सबसे बड़ी कामयाबी है ...
रियो डि जेनेरो: फुटबाल के दीवाने देश और ओलिंपिक खेलों के मेजबान ब्राजील के लिए यह निश्चित ही इन खेलों की सबसे बड़ी कामयाबी है जो उसे अपने घरेलू मैदान पर देश के स्टार खिलाड़ी नेमार की कप्तानी में फुटबाल स्वर्ण के रूप में मिली है।
माराकाना स्टेडियम में खेले गए पुरूष फुटबाल स्पर्धा के हाईवोल्टेज फाइनल में ब्राजील ने जर्मनी के खिलाफ सांस रोक देने वाले रोमांचक मुकाबले में शूटआउट में 5-4 से जीत दर्ज करते हुए ओलिंपिक खेलों का पहला स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही नेमार की आंखों से आंसू छलक गये तो स्टेडियम में बैठे हजारों दर्शक और संपूर्ण देश अपने पहले फुटबाल स्वर्ण की कामयाबी के जश्न में डूब गया।
अतिरिक्त समय तक ब्राजील और जर्मनी के बीच मैच 1-1 से बराबरी पर छूटा था जिसके बाद फैसला शूटआउट में कराया गया और मेजबान देश ने घरेलू दर्शकों के सामने जीत अपने नाम कर ली। इससे पहले मैच के निर्धारित समय में ब्राजील के लिए 27वें मिनट में फ्री किक पर कप्तान नेमार ने गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई थी। लेकिन जर्मन कप्तान मैक्सीमिलन मेयर ने बराबरी का गोल कर मैच को अतिरिक्त समय में पहुंचा दिया। दोनों ही टीमें अतिरिक्त समय में गोल करने में नाकाम रहीं और मैच के परिणाम के लिए शूटआउट कराया गया।
जर्मनी के निल्स पीटरसन स्पॉट किक पर निशाना नहीं लगा सके। इसके बाद नेमार ने बहुत ही संयम बरतते हुए टीम के लिए विजयी गोल दागा और माराकाना स्टेडियम में बैठे दर्शक जश्न में डूब गए। ब्राजील इससे पहले 3 बार ओलिंपिक फाइनल में पहुंचकर स्वर्ण से चूका है। वह 1984, 1988 और 2012 के फाइनल में पहुंचा था। वर्ष 2014 विश्वकप सैमीफाइनल में ब्राजील को 7-1 से उसी के घर में हरा चुकी जर्मनी अब एकमात्र ऐसी विश्वकप विजेता टीम रह गई है जिसने अब तक ओलिंपिक स्वर्ण नहीं जीता है।