Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Aug, 2017 05:41 PM
भारत के इंटरनेशनल मास्टर और ग्रांड मास्टर बनने से एक नोर्म दूर सागर शाह नें बेल्जियम में चल रहे प्रतिष्ठित चारलेरोई इंटरनेशनल शतरंज टूर्नामेंट में सयुंक्त तीसरा स्थान प्राप्त किया है इसके साथ ही सागर नें अपनी अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग में 11 अंको की बढ़त...
बेल्जियम, (निकलेश जैन ) भारत के इंटरनेशनल मास्टर और ग्रांड मास्टर बनने से एक नोर्म दूर सागर शाह नें बेल्जियम में चल रहे प्रतिष्ठित चारलेरोई इंटरनेशनल शतरंज टूर्नामेंट में सयुंक्त तीसरा स्थान प्राप्त किया है इसके साथ ही सागर नें अपनी अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग में 11 अंको की बढ़त भी दर्ज की है । सागर प्रतियोगिता में अकले भारतीय टाइटल खिलाड़ी थे और उन्होने अपराजित रहते हुए चार जीत और पाँच ड्रॉ के साथ कुल 6.5 अंक जुटाये । पहले स्थान पर विश्व नंबर 4 अर्मेनिअन दिग्गज लेवान आरोनियन के प्रमुख सहयोगी ग्रांड मास्टर तिगरान घरमाइन रहे उन्होने कुल 7.5 अंक बनाए तो दूसरे स्थान पर 7 अंको के साथ मेजबान बेल्जियम के ग्रांड मास्टर डी अलेक्ज़ेंडर रहे , फ्रांस के युवा फीडे मास्टर जेम्स एडेन और भारत के सागर शाह 6.5 अंको के साथ सयुंक्त तीसरे स्थान पर रहे । हालांकि पुरुष्कार राशि देते वक्त सागर टाईब्रेक पर चौंथे स्थान पर रहे ।
सागर लाये भारत में विश्व की नवीन शतरंज तकनीक - सागर शाह का नाम भारतीय शतरंज में बेहद खास मुकाम रखता है ,विश्वनाथन आनंद से लेकर विदित गुजराती हो या फिर कोनेरु हम्पी या हरिका द्रोणावली सभी उनके शतरंज पर किए गए कार्यो की मुरीद है 27 साल के सागर न सिर्फ अच्छे लेखक है बल्कि उन्होने चेसबेस इंडिया की स्थापना करके जर्मनी और विश्व भर से शतरंज को बेहतर तैयारी के लिए सभी तकनीक ,सॉफ्ट वेयर भारत में लाने का काम किया जिसका फायदा हर छोटे बड़े खिलाड़ी को मिला । विश्व के दिग्गज खिलाड़ी भी खेल पर उनके शोध को पढ़ते है ।