Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 May, 2017 06:52 PM
भारतीय टीम ने भले ही रविवार को हुए अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड को डकवर्थ लुईस के तहत 45 रन से हरा दिया हो, लेकिन इस दौरान युवा ऑलराउंडर...
नई दिल्ली: भारतीय टीम ने भले ही रविवार को हुए अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड को डकवर्थ लुईस के तहत 45 रन से हरा दिया हो, लेकिन इस दौरान युवा ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या टीम के लिए बड़ी परेशानी बन गए हैं। अभ्यास मैच में हार्दिक अपनी गेंदबाजी से किसी को प्रभावित नहीं कर सके और ऐेसे में आशंका लगाई जा रही है कि उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में कुछ मैचों से बाहर का रास्ता देखने को मिल सकता है।
लेंथ बदलने में रहे नाकाम
आईपीएल सीजन 10 में मुंबई की तरफ से खेलकर हार्दिक ने तहलका मचा दिया था लेकिन अभ्यास मैच में वह लय में नहीं दिखे और 6 ओवर में 49 रन दे डाले। पांड्या की गेंदों पर ल्यूक रॉन्ची और केन विलियमसन ने आसानी से शॉट मारे। टीम के कप्तान विराट कोहली और कोच कुंबले का मानना है कि हार्दिक पांड्या अपनी लेंथ को बदलने में नाकामयाब रहे हैं। इसी वजह से क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि कोहली के पास भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और उमेश यादव जैसे विकल्प होने की स्थिति में वह शायद ही हार्दिक पांड्या को नई गेंद सौंपें। इसके अलावा गेंद के कुछ पुरानी होने पर जसप्रीम बुमराह भी अच्छे विकल्प हैं।
हार्दिक को है निरंतरता लाने की जरूरत
1983 में हुए विश्व कप खेलने वाले मदन लाल का कहना है कि हार्दिक पांड्या को अपनी लाइन और लेंथ पर थोड़ा दिमाग लगाने की जरूरत है। मदन लाल ने कहा है, 'उनकी नेचुरल लेंथ शॉर्ट है और उन्हें इंग्लैंड में इसमें सुधार करना होगा। यदि वह फिलहाल की तरह ही शॉर्ट बॉलिंग करते हैं तो बल्लेबाज उनकी गेंदों को बाउंड्री के पार पहुंचाएंगे। उनके पास गति है और एक तेज गेंदबाज का एटीट्यूड है। उन्हें अपने प्रदर्शन में ज्यादा निरंतरता लाने की जरूरत है।'