Edited By ,Updated: 25 Jan, 2017 04:47 PM
भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) को...
नई दिल्ली: भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) को खिलाडिय़ों के विकास में बेहद मददगार मानते हुये कहा है कि इसके माध्यम से देश में हॉकी के विकास को नई दिशा मिली है। ओल्टमैंस ने कहा,‘‘ एचआईएल में प्रतिभाशाली युवा खिलाडिय़ों को देश के अलावा विदेश दिग्गज खिलाडिय़ों के साथ खेलने का मौका मिलता है और युवा इनसे बहुत कुछ सीख सकते हैं। एचआईएल में खिलाडिय़ों को विश्व भर के बहुत से धाकड़ कोचों का मार्गदर्शन मिलता है और इससे उन्हें खुद को निखारने में मदद मिलती है।’’
कोच ने जोरदार अंदाज में कहा,‘‘हमारा लक्ष्य 2017 के लिए खिलाडिय़ों का एक कोर ग्रुप तैयार करना है और इसी के मद्देनजर मैंने लीग में हिस्सा ले रही सभी टीमों को इस बारे में आगाह कर दिया है कि खिलाड़यिों को न केवल गत वर्ष के अपितु लीग में किए गए प्रदर्शन के आधार पर भी कोर ग्रुप में शामिल किया जाएगा।’’ 62 वर्षीय कोच ने कहा,‘‘ एचआईएल एक मुश्किल टूर्नामेंट है और इसमें किये गये शानदार प्रदर्शन को कम करके नहीं आंका जा सकता। टूर्नामेंट में दुनियाभर के स्टार खिलाडिय़ों की भरमार रहती है और ऐसे में यदि कोई खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन करता है तो भविष्य के लिये हमें विकल्प मिलता है।’’
उन्होंने कहा,‘‘ लीग से विदेशी खिलाड़यिों को भी खुद को निखारने में मदद मिलती है। यह भारतीय लीग यूरोपियन लीगों से भिन्न है। एचआईएल में विदेशी खिलाड़यिों को अच्छा प्रदर्शन करना भी एक बड़ी चुनौती रहेगी।’’ कोच ने कहा,‘‘ पिछले कुछ वर्षों में भारतीय हॉकी ने उत्साहजनक प्रदर्शन किया है और उनके इस प्रदर्शन के पीछे एचआईएल की बड़ी भूमिका रही है। भारतीय सीनियर टीम ने जहां पिछले वर्ष चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया वहीं लखनऊ में जूनियर टीम ने विश्वकप खिताब अपने नाम किया।’’