Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Jul, 2017 04:16 PM
शीर्ष भारतीय चक्का फेंक एथलीट विकास गौड़ा पिछले कुछ वर्षों में फार्म और फिटनेस से जूझ रहे हैं लेकिन उन्होंने अगले साल अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म में वापसी की उम्मीद जताई......
भुवनेश्वर: शीर्ष भारतीय चक्का फेंक एथलीट विकास गौड़ा पिछले कुछ वर्षों में फार्म और फिटनेस से जूझ रहे हैं लेकिन उन्होंने अगले साल अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म में वापसी की उम्मीद जताई। गौड़ा दो दिन पहले ही 34 साल के हो गये। उन्होंने कल एशियाई चैम्पियनशिप में 60.81 मीटर के प्रयास से कांस्य पदक अपने नाम किया जो उनके खुद के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से काफी नीचे था। वर्ष 2004 के बाद से उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 64 मीटर से उपर रहा है लेकिन पिछले साल के बाद से उनके लिए 60 मीटर की दूरी पार करना भी मुश्किल हो रहा है।
गौड़ा ने कहा कि अपने करियर के दूसरे हिस्से के लिए मैंने बहुत उंचे मानक बनाए थे लेकिन पिछले 3 वर्ष मेरे लिए काफी कठिन रहे क्योंकि इस दौरान मुझे काफी चोटें लगीं। मैं बेहतर महसूस कर रहा हूं और मुझे लगता है कि लगातार 5 से 6 महीने तक ट्रेनिंग करने से मेरा शरीर वहीं पहुंच जायेगा जहां मैं पहले था।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अगला साल मेरे लिए बेहतर होगा। इसमें राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेल भी हैं। मुझे इन टूर्नामैंट में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है। अमरीका में बसे गौड़ा को रियो ओलंपिक से तुरंत पहले घुटने की चोट लग गई थी और वह क्वालीफाइंग दौर में 58.99 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो से फाइनल दौर में पहुंचने में असफल रहे थे।