Edited By ,Updated: 11 Jun, 2015 12:56 AM
कभी उच्च आदर्शों, नैतिकता और सांस्कृतिक मूल्यों के लिए विश्व-विख्यात रहे हमारे देश के लोग आज न सिर्फ अपने प्राचीन उच्च आदर्शों से विमुख हो रहे हैं
कभी उच्च आदर्शों, नैतिकता और सांस्कृतिक मूल्यों के लिए विश्व-विख्यात रहे हमारे देश के लोग आज न सिर्फ अपने प्राचीन उच्च आदर्शों से विमुख हो रहे हैं बल्कि अनैतिकता, अमानवीयता, अव्यावहारिकता, असहनशीलता, संकीर्णता और निरंकुशता की जीती-जागती तस्वीर बन गए हैं। पेश हैं मात्र पिछले एक सप्ताह में हुई ऐसी ही चंद निम्न घटनाएं :
2 जून को उत्तर प्रदेश में कानपुर के डेरापुर इलाके में उस समय हलचल मच गई जब 2 दिन पहले ही 31 मई को ब्याह कर आई दुल्हन के पेट में भारी दर्द शुरू हो गया। ससुराल वाले अभी उसे अस्पताल ले जाने की तैयारी कर ही रहे थे कि उसने एक बेटी को जन्म दे दिया।
4 जून 2015 को बंगाल के पूर्वी मिदनापुर के पंसकुरा में शेख शराफत नामक युवक द्वारा एक ठेकेदार शेख अशरफ से उधार लिए 5000 रुपए लौटाने में असफल रहने पर ठेकेदार ने दिन-दिहाड़े आग लगाकर उसे जिंदा जला डाला।
4 जून को गुजरात में राजकोट के छतरिया गांव में लगातार बेटियां होने से परेशान एक मां ने अपनी 4 में से 2 बेटियों को दूध की बोतल में तेजाब भर कर पिला दिया जिससे उनकी मृत्यु हो गई और फिर खुद भी आत्महत्या कर ली।
4 जून को डेरा बस्सी के निकटवर्ती गांव मुबारकपुर में एक कलियुगी चाचा ने पितृविहीन अपनी 13 वर्षीय अवयस्क भतीजी से बलात्कार कर डाला।
5 जून को कोलकाता के 24 परगना जिले के बोन गांव में एक युवक की लगातार छेड़छाड़ से तंग आकर एक युवती ने उसके चेहरे पर चाकू से वार करके युवक को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
5 जून को पटियाला में देवीगढ़ के थाना जुलका के गांव मलकपुर कम्बोआं में सोनिया नामक एक युवती ने अपने प्रेमी कुलविंद्र सिंह के साथ मिलकर अपनी मां शकुंतला को नींद की गोलियां देकर बेहोश करने के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और घर में गड्ढा खोद कर लाश को दबा दिया।
6 जून को उत्तर प्रदेश में मऊ जिले के घोसी कोतवाली क्षेत्र के सेमरी जमालपुर गांव में जमीन के विवाद को लेकर कुछ दबंगों ने एक महिला को पीट-पीट कर मार डाला। यही नहीं उन्होंने महिला को बचाने आई उसकी 3 बेटियों को भी पीट-पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
6 जून को मेरठ में कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के एक बैंक में रुपए जमा करवाने गई एक महिला का किसी बात पर बैंक के अधिकारियों से विवाद हो गया। इस पर बैंक वालों ने पुलिस बुला ली। महिला का आरोप है कि पुलिस ने थाने ले जाकर उसे पीटा और घंटों कड़ी धूप में ‘मुर्गा’ बनाए रखा।
6 जून को ही पश्चिम त्रिपुरा में अगरतल्ला के रहने वाले एक दम्पति ने अपना 33 दिन का बच्चा एक अन्य दम्पति को 5000 रुपए में बेच दिया। बच्चे के जन्म से पहले ही उसकी मां सीमा और पिता रंजीत ने इस बच्चे को बेचने का सौदा कर लिया था और उनसे 1500 रुपए पेशगी भी ले लिए थे।
7 जून को पटियाला पुलिस ने सिकंदर सिंह नामक एक व्यक्ति की हत्या के सिलसिले में उसकी पत्नी ममता देवी, उसके तीन बेटों बलवीर, दलजीत और सुलक्खन तथा उनके 2 मित्रों को गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार सिकंदर शराब पीने का आदी था और इसी कारण उसका घर में अपनी पत्नी और बेटों से झगड़ा रहता था। इसी बात पर ताव में आकर ममता देवी ने अपने बेटों तथा उनके मित्रों की सहायता से पहले तो सिकंदर सिंह को लाठियों से पीटा और फिर नहर में फैंक दिया।
9 जून को बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र में खाना न देने से गुस्साए 90 वर्षीय हरि सिंह ने अपनी बहू बिमला देवी की चाकू से हत्या कर दी। पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि मृतका 4 दिनों से उसे खाना नहीं दे रही थी जिस कारण उसने यह पग उठाया।
उक्त घटनाओं से स्पष्ट है कि अपराधों का सिलसिला देश के किसी एक भाग तक सीमित नहीं बल्कि उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक हर ओर ईष्र्या, लालच-लोभ, स्वार्थलोलुपता तथा वैमनस्य का वातावरण है।
यदि लोग अपने इन दुर्गुणों का परित्याग नहीं करेंगे तो भारत की जिस प्राचीन संस्कृति पर हम अब तक गर्व करते रहे हैं, विश्व समुदाय की नजरों में उस सम्मान से पूर्णत: वंचित हो जाएंगे।