Edited By ,Updated: 05 May, 2024 04:49 AM
अस्तित्व में आने के समय से ही पाकिस्तान के शासकों द्वारा भारत में जाली करंसी, नशीले पदार्थों, हथियारों की तस्करी, आतंकवादियों की घुसपैठ आदि का सिलसिला लगातार जारी है। इसके साथ ही पाकिस्तान की सेना तथा गुप्तचर एजैंसी आई.एस.आई. प्रलोभन देकर चंद...
अस्तित्व में आने के समय से ही पाकिस्तान के शासकों द्वारा भारत में जाली करंसी, नशीले पदार्थों, हथियारों की तस्करी, आतंकवादियों की घुसपैठ आदि का सिलसिला लगातार जारी है। इसके साथ ही पाकिस्तान की सेना तथा गुप्तचर एजैंसी आई.एस.आई. प्रलोभन देकर चंद देशद्रोही भारतीयों से ही अपने देश के लिए जासूसी भी करवा रही है, जिसके चंद ताजा उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :
* 2 अगस्त, 2023 को कोलकाता पुलिस ने ‘भक्त बंशी झा’ नामक युवक को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और तस्वीरों, वीडियो तथा ऑनलाइन चैट के जरिए देश की गुप्त सूचनाएं देने के आरोप में गिरफ्तार किया।
* 13 दिसम्बर, 2023 को महाराष्ट्र एंटी टैररिस्ट स्क्वाड (ए.टी.एस.) ने मुम्बई के मझगांव डॉक में बतौर अप्रैंटिस काम करने वाले गौरव पाटिल नामक व्यक्ति को ‘पाकिस्तान बेस्ड इंटैलीजैंस आप्रेटिव’ (पी.आई.ओ.) की 2 एजैंटों पायल एंजेल तथा आरती शर्मा को गुप्त जानकारियां शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया। गौरव पाटिल पर आरोप है कि उसने मई, 2023 से अक्तूबर, 2023 तक सोशल मीडिया प्लेटफार्मों, फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए महिला हैंडलरों के साथ संपर्क के दौरान उनके साथ भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित जानकारी शेयर की और उसके बदले में पैसे लिए। मझगांव डॉक पर काम करने के कारण उसे नौसेना के युद्धपोतों के आने-जाने का पता होता था।
* 4 फरवरी, 2024 को उत्तर प्रदेश एंटी टैररिस्ट स्क्वाड (ए.टी.एस.) ने आई.एस.आई. के लिए जासूसी करने वाले मास्को (रूस) स्थित भारतीय दूतावास के कर्मचारी सत्येंद्र सिवाल को मेरठ से गिरफ्तार किया।
पूछताछ के दौरान उसने भारतीय दूतावास, रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और भारतीय सैन्य इंस्टीच्यूट की महत्वपूर्ण गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी हैंडलरों को भेजने की बात स्वीकार की।
* 15 मार्च, 2024 को राजस्थान पुलिस के गुप्तचर विंग ने ‘कोटपूतली बहरोड़’ जिले के आनंदराज सिंह नामक व्यक्ति को सेना की संवेदनशील जानकारी जमा करके सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान की आई.एस.आई. की 3 महिला हैंडलरों के साथ शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
* 9 अप्रैल, 2024 को अमृतसर के थाना घरिंडा की पुलिस ने भारतीय सेना की जासूसी करने वाले मूलत: बिहार के रहने वाले मजहर नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। छावनी में जे.सी.बी. चलाने का काम करने वाला मजहर सेना की गुप्त सूचनाओं की वीडियो बना कर पाकिस्तान भेजा करता था।
* 29 अप्रैल, 2024 को गुजरात एंटी टैररिस्ट स्कवाड (ए.टी.एस.) ने जामनगर के रहने वाले मोहम्मद सकलैन को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
सकलैन के विरुद्ध आरोप है कि उसने एक भारतीय सिम खरीद कर उस पर अपना व्हाट्सऐप एक्टीवेट करवा लिया जिसका इस्तेमाल उसके पाकिस्तानी हैंडलर करते थे। इस नम्बर का इस्तेमल जम्मू-कश्मीर में तैनात भारतीय सेनाधिकारियों की जासूसी करने और मोहम्मद सकलैन के पाकिस्तानी आकाओं को गुप्त जानकारी भेजने के लिए किया जाता था।
* 3 मई, 2024 को होशियारपुर पुलिस ने भारतीय सेना की जानकारियां पाकिस्तानी गुप्तचर एजैंसी आई.एस.आई. को भेजने वाले एजैंट हरप्रीत सिंह उर्फ पास्टर जानसन पुत्र स्वर्ण सिंह को रामनगर चौक से गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार हरप्रीत सिंह 2 बार पाकिस्तान जाकर आया है। वहां उसकी मुलाकात आई.एस.आई. तथा पुलिस के अधिकारियों से हुई। वह उन्हें व्हाट्सएप तथा इंटरनैट एप्स पर भारत विरोधी गतिविधियों एवं भारतीय सेना की संवेदनशील सूचनाएं, ठिकानों तथा सेना की भर्ती प्रक्रिया संबंधी सूचनाएं भेजने के बदले में उनसे भारी रकम वसूल करता था। उक्त उदाहरणों से स्पष्ट है कि हमारे देश में ही रहने वाली कुछ काली भेड़ें इस तरह की देशद्रोही गतिविधियों में संलिप्त होकर अपने ही देश की जड़ें काटने की कोशिश कर रही हैं। अत: हमारी सरकार को अपने ही देश में बैठे उन देशद्रोहियोंं की पहचान कर उनको तुरंत पकडऩा चाहिए, जो अपने ही देश की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं। बकौल शायर : कहनी है एक बात हमें इस देश के पहरेदारों से, संभल के रहना अपने घर में, छिपे हुए गद्दारों से।—विजय कुमार