Edited By ,Updated: 26 May, 2016 02:47 PM
रिजर्व बैंक (आरबीआई) गवर्नर रघुराम राजन ने आज कहा कि चीन की आर्थिक मंदी अभी भी वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा जोखिम बनी हुई है।
मुंबई: रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) गवर्नर रघुराम राजन ने आज कहा कि चीन की आर्थिक मंदी अभी भी वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा जोखिम बनी हुई है। साथ ही उन्होंने बाहरी प्रभावों से देश की अर्थव्यवस्था के बचाव तथा इसे आंतरिक मजबूती प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा किए गये सुधारों की तारीफ की। राजन ने यहां दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) देशों के वित्त मंत्रियों की बैठक में कहा कि चीनी अर्थव्यवस्था में तेजी से आई सुस्ती अभी भी वैश्विक तथा सार्क क्षेत्र की अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा जोखिम बनी हुई है।
चीन के आयात में पिछले साल आई बड़ी गिरावट का असर व्यापार, विश्वास, पर्यटन और रिमिटेंस (प्रवासियों द्वारा स्वदेश भेजे जाने वाले धन) के माध्यम से दूसरी अर्थव्यवस्थाओं पर पर रहा है और सार्क देश इसके दुष्प्रभाव से स्वयं को अक्षुण्ण नहीं रख सके हैं।'
वर्ष 2008 की वैश्विक आर्थिक मंदी की सबसे पहले भविष्यवाणी करने वाले राजन ने कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था के सामने जरूरत से अधिक उत्पादन क्षमता तथा परिसंपत्तियों से कई गुणा दिए गए ऋण की समस्या है। इसमें जोखिम वाली परिसंपत्ति का दबाव और बढऩे की आशंका है। इससे सार्क देशों की अर्थव्यवस्था पर दुष्प्रभाव का एक और दौर शुरू हो सकता है।
वैश्विक दुष्प्रभावों से देश की अर्थव्यवस्था को सुरक्षित रखने के मौजूदा सरकार के उपायों की तारीफ करते हुए राजन ने कहा कि हमारी स्थिरता के लिए अच्छी नीति जरूरी रही है। सरकार ने विकास को पटरी पर लाने के लिए सिंचाई, बीमा, बाजार तक पहुंच के जरिए कृषि क्षेत्र को गति देने, विशेषकर स्टार्टअप के लिए कारोबार को इंस्पेक्टर राज से मुक्त करने, बिजली वितरण कंपनियों की समस्याओं के समाधान तथा जनधन योजना तथा प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के जरिए वंचित लोगों तक वित्तीय सेवाओं का लाभ पहुंचाने जैसे ढांचागत सुधारों की पहल की है।