Edited By ,Updated: 03 Oct, 2023 05:39 AM
जैविक मूल्य स्वस्थ मानव जीवन के लिए अति आवश्यक हैं। समाज और जीवन दोनों के साथ विश्वसनीयता से जीना बहुत जरूरी है। अगर बेमानी और बेईमानी से जीते हैं तो बदले में पाते भी वही हैं जो बहुत ही कष्टदायक होता है।
जैविक मूल्य स्वस्थ मानव जीवन के लिए अति आवश्यक हैं। समाज और जीवन दोनों के साथ विश्वसनीयता से जीना बहुत जरूरी है। अगर बेमानी और बेईमानी से जीते हैं तो बदले में पाते भी वही हैं जो बहुत ही कष्टदायक होता है। परिवार हो, मित्र या सगे-संबंधी हों सबके साथ रिश्ते में निष्ठा रखनी चाहिए जो सत्य पर टिकी हो। अगर आप कारोबार कर रहे हैं, नौकरी कर रहे हैं या किसानी कर रहे हैं तो उसमें सफलता पाने के लिए सत्यनिष्ठा का होना जरूरी है। पति-पत्नी, भाई-बहन, माता-पुत्र, पिता-पुत्री, बहन-भाई जैसे सभी रिश्तों की गहराई निष्ठा से बनती है। यह सच ही है कि रिश्तों में जड़ें नहीं होती हैं, जरा से धक्के से गिर जाता है। यह बिना जड़ के पेड़ जैसा है।
निष्ठा तो भगवान के साथ भी बहुत जरूरी है। उनकी भक्ति में भी समर्पण के साथ निष्ठा बहुत जरूरी है। अगर आप भक्ति करते हैं किंतु निष्ठा नहीं रखते त आप बगुला भगत कहलाएंगे। किसी भी रिश्ते में गहराइयों को पाने के लिए प्यार के साथ निष्ठा भी जरूरी है। सिर्फ प्यार जताने से रिश्ते मजबूत नहीं हुआ करते, उसमें समर्पण और निष्ठा से चार चांद लग जाते हैं।
देश भक्तों की निष्ठा ने ही उन्हें आजादी की लड़ाई लडऩा और देश के लिए शहीद होने का जज्बा दिलाया था। जब हम चैन से ए.सी. या रूम हीटर से तापमान को नियंत्रित कर आराम कर रहे होते हैं तब हमारी रक्षा करने वाले प्रहरी रातों को जागकर सीमा पर पहरा देते हैं। सब भावनाओं में निष्ठा, वफादारी का एक अपना ही महत्व है जिसे जो समझा उसी ने जीवन सफल बनाया है। जिसमें कुछ बड़े नेताओं और देशभक्तों को समाविष्ट कर सकते हैं।