Edited By ,Updated: 28 Mar, 2023 03:37 AM

परीक्षाओं में वास्तविक उम्मीदवारों की जगह पर एक तय रकम के बदले में दूसरे लोगों को बिठा कर धोखे से परीक्षा पास करने की बुराई लगातार बढ़ रही है और रोज ही ऐसे मामले पकड़े जा रहे हैं। इसके चंद ताजा उदाहरण निम्न में दिए जा रहे हैं:
परीक्षाओं में वास्तविक उम्मीदवारों की जगह पर एक तय रकम के बदले में दूसरे लोगों को बिठा कर धोखे से परीक्षा पास करने की बुराई लगातार बढ़ रही है और रोज ही ऐसे मामले पकड़े जा रहे हैं। इसके चंद ताजा उदाहरण निम्न में दिए जा रहे हैं:
* 9 फरवरी को गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) में ‘अध्यापक पात्रता परीक्षा’ में 80,000 रुपए लेकर दूसरों की जगह परीक्षा दे रहे 2 सॉल्वर पकड़े गए।
* 22 फरवरी को देवरिया (उत्तर प्रदेश) के ‘भटनी’ में हाई स्कूल की गणित की परीक्षा में अपने फुफेरे भाई के स्थान पर परीक्षा देते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया गया।
* 28 फरवरी को अलवर (राजस्थान) पुलिस ने ‘शिक्षक भर्ती परीक्षा’ में दूसरे उम्मीदवार की जगह परीक्षा दे रहे एक युवक को गिरफ्तार किया।
* 1 मार्च को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में बी.एड. परीक्षा के दौरान एक छात्रा की जगह पर परीक्षा दे रही नकली परीक्षार्थी को पकड़ा गया।
* 22 मार्च को पानीपत (हरियाणा) जिले के इसराना उपमंडल के एक निजी स्कूल में हरियाणा बोर्ड की 12वीं की भूगोल की परीक्षा के दौरान एक छात्र को किसी अन्य छात्र की जगह परीक्षा देते हुए पकड़ा गया।
* 24 मार्च को लखनऊ के ‘निगोहा’ में यू.पी. बोर्ड की हाई स्कूल की परीक्षा में किसी दूसरे छात्र की जगह पर विज्ञान का पेपर हल करते हुए एक नकली परीक्षार्थी को अधिकारियों ने काबू किया।
* और अब 25 मार्च को लुधियाना में सिमिट्री रोड पर स्थित ‘सरकारी मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल’ में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के दसवीं कक्षा के पंजाबी-ए के पेपर में बारहवीं कक्षा के छात्र को अपने दोस्त की जगह प्रश्न-पत्र हल करते हुए पकड़ा गया।
परीक्षाओं में इस तरह की बुराई के कारण जहां शिक्षा का स्तर गिर रहा है वहीं इसके कारण वास्तविक मेधावी छात्रों का अधिकार भी छिन रहा है। अत: दूसरों की जगह परीक्षा देने और दिलवाने वाले दोनों को ही कठोरतम दंड दिया जाए, ताकि इस बुराई पर रोक लग सके।—विजय कुमार