Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Apr, 2021 03:20 PM
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अभी तक जायद यानी गर्मी की फसल की कुल बुवाई 16.49 प्रतिशत बढ़कर 67.87 लाख हेक्टेयर हो गई है, जिसमें सबसे अधिक रकबा धान का है। जायद की फसल फरवरी-जून के बीच बोई जाती है।
नई दिल्लीः कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अभी तक जायद यानी गर्मी की फसल की कुल बुवाई 16.49 प्रतिशत बढ़कर 67.87 लाख हेक्टेयर हो गई है, जिसमें सबसे अधिक रकबा धान का है। जायद की फसल फरवरी-जून के बीच बोई जाती है। यह समय रबी (सर्दी) और खरीफ (मानसून) के बीच का होता है।
कृषि आयुक्त एस के मल्होत्रा ने कहा, ‘‘जायद की फसल रबी और खरीफ के बीच की अवधि के 30-90 दिनों में तैयार होती है। सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए जायद की फसल को बढ़ावा दे रही है।’’ मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस साल जायद का कुल रकबा बढ़कर 67.87 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले साल की समान अवधि के 58.26 लाख हेक्टेयर से 16.49 प्रतिशत अधिक है। मंत्रालय ने कहा कि अभी तक जायद की बुवाई के रुझान काफी अच्छे हैं और इस पर कोविड-19 महामारी का कोई असर नहीं है।