Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 May, 2023 11:03 AM
सुपरटेक ग्रुप के प्रोजेक्ट में फंसे बायर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। बायर्स को अब फ्लैट मिलने का रास्ता साफ हो गया है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने मुश्किलों से घिरे सुपरटेक ग्रुप को प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से लोन लेने की अनुमति दे दी है। इससे सुपरटेक के 18...
बिजनेस डेस्कः सुपरटेक ग्रुप के प्रोजेक्ट में फंसे बायर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। बायर्स को अब फ्लैट मिलने का रास्ता साफ हो गया है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने मुश्किलों से घिरे सुपरटेक ग्रुप को प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से लोन लेने की अनुमति दे दी है। इससे सुपरटेक के 18 प्रोजेक्ट्स में फंसे करीब 20 हजार बायर्स को फ्लैट मिल सकेगा। आईआरपी (IRP) की निगरानी में सुपरटेक 18 प्रोजेक्ट्स में काम कर रहा है लेकिन पैसे नहीं होने की वजह से काम चालू रखने में दिक्कतें आ रही हैं। अब लोन मिलने का रास्ता साफ होने से काम तेजी पकड़ेगा। इससे हजारों बायर्स को राहत मिलेगी।
बता दें कि ऑक्ट्री कंपनी सुपरटेक को 1200 से 1500 करोड़ का लोन देगी। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट में सुपरटेक ने अपना प्लान सौंपा था। इसमें सुपरटेक ने बताया था कि वह लोन कैसे चुकता करेगा। इस प्लान के आधार पर ही कोर्ट ने सुपरटेक को बाजार से लोन उठाने की अनुमति दी है।
चेयरमैन को लिया था हिरासत में
पहले घर खरीदारों का पैसा नहीं लौटाने पर सुपरटेक बिल्डर के चेयरमैन आरके अरोड़ा को हिरासत में लिया गया था। यूपी रेरा की आरसी पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की थी। बताते हैं कि सुपरटेक ने दो करोड़ रुपए का चेक दिया और 10 दिन में करीब 7 करोड़ रुपए जमा कराने का भरोसा दिया है। बाकी पैसे का शेड्यूल देना होगा। सुपरटेक वैसे भी बदनाम है। ट्विन टावर उसी का था, जो पिछले साल धुआं-धुआं हो गया। सुपरटेक के प्रोजेक्ट्स में हजारों फ्लैट बायर्स फंसे हुए हैं। इन बायर्स को अपना फ्लैट मिलने का काफी लंबे समय से इंतजार है।
गिराए गए थे ट्विन टावर
सुपरटेक को पहले कई झटके लग चुके हैं। आपको याद दिला दें कि जब अगस्त 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा के ट्विन टावर को ध्वस्त करने का आदेश दिया था उस वक्त भी सुपरटेक को बड़ा झटका लगा था। सुपरटेक के ट्विन टावर के ध्वस्त होने की खबर ने देश-दुनिया में हलचल मचा दी थी।