Edited By Supreet Kaur,Updated: 21 Jun, 2018 01:21 PM
भारत में विमामन कंपनियों का फ्लाइट के दौरान यात्रियों के साथ गलत व्यवहार के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। अब निजी विमानन कंपनी एयर एशिया की फ्लाइट में यात्रियों के साथ पायलटों के अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है। एयर एशिया की...
बिजनेस डेस्कः भारत में विमामन कंपनियों का फ्लाइट के दौरान यात्रियों के साथ गलत व्यवहार के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। अब निजी विमानन कंपनी एयर एशिया की फ्लाइट में यात्रियों के साथ पायलटों के अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है। एयर एशिया की कोलकाता से बागडोगरा जा रही फ्लाइट चार घंटे से ज्यादा की देरी से उड़ी, जिस कारण यात्रियों की पायलट और दूसरे क्रू मेंबर्स के साथ बहस भी हो गई।
एसी मशीन को किया तेज
मामला यहां खत्म नहीं हुआ। पायलट ने यात्रियों को उतारने के लिए एसी मशीन को तेज कर दिया जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इंडियन ऑयल कारपोरेशन के कार्यकारी निदेशक दीपांकर राय भी इस उड़ान में सवार थे। उन्होंने एयर एशिया के कर्मचारियों द्वारा ‘गैर-पेशेवर’ व्यवहार की शिकायत की। राय ने बताया कि यात्रियों को डेढ़ घंटे तक विमान में बिठाए रखा गया। इसके बाद उन्हें उतरने के लिए मजबूर किया गया।
ट्विटर पर शेयर किया वीडियो
राय ने बताया, 'उस वक्त वहां बाहर भारी बारिश हो रही थी, ऐसे में जब लोगों ने नीचे उतरने से इनकार किया तो विमान के कैप्टन ने लोगों को भगाने के लिए एयरकंडिशनिंग मशीन को पूरा तेज कर दिया जिस कारण विमान के अंदर पूरी धुंध छा गई और लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी।' उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो अपने ट्विटर पर शेयर किया है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे पूरी फ्लाइट के अंदर धुआ भर गया और यात्रियों में बाहर निकलने की होड़ सी मच गई। वहां बच्चे रो रहे थे और कई महिला यात्रियों को उलटियां भी हो गई।
कंपनी ने जताया खेद
वहीं कंपनी के बयान में उड़ान में देरी को स्वीकार करते हुए खेद जताया गया है। कंपनी का कहना है कि तकनीकी गड़बड़ी के चलते उड़ान में साढ़े चार घंटे देरी हुई। इसके साथ ही कंपनी ने जानबूझकर एयरकंडिशनिंग तेज करने के आरोप को खारिज किया है।